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श्त्य अर्थ लिखि
त्य, विनय, आदर्श, रोष्ठता तार बिना झंकार नहीं है
गेला क्या श्वर साध सकेगी यदि नैतिक आधार नहीं
गर्तिकौमुदी की गरिमा में सोश्कृति का सम्मान नभ
Answers
Explanation:
) संबंधबोधक का पदपरिचय:- संबंधबोधक का पदपरिचय करते समय संबंधबोधक का भेद और संबंधबोधक से संबंधित शब्द को लिखना पड़ता है।
उदाहरण- कुरसी के नीचे बिल्ली बैठी है।
उपर्युक्त वाक्य में 'के नीचे' संबंधबोधक है। ‘कुरसी’ और ‘बिल्ली’ इसके संबंधी शब्द हैं।
दूसरा उदाहरण- इस सन्दूक के भीतर चार पुस्तकें और दो पत्र हैं।
इस वाक्य में 'भीतर' संबंध बोधक पद है। इसका पद परिचय इस प्रकार होगा :
भीतर : संबंध वाचक अव्यय, इसका संबंध 'सन्दूक' से है।
(8) समुच्चयबोधक का पदपरिचय:- समुच्चयबोधक का पदपरिचय करते समय समुच्चयबोधक का भेद और समुच्चयबोधक से संबंधित योजित शब्द को लिखना पड़ता है।
उदाहरण-
Answer:
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