Hindi, asked by stime1087, 2 days ago

जीभ के संयम के बिना रोगों और डॉक्टरों से मुक्ति नहीं मिल सकती है संकेत बिंदु प्रस्तावना विस्तार रूप से नियुक्त संघ केंद्रों को ध्यान रखते हुए चित्र सहित लेख लिखिए 400 शब्द में ​

Answers

Answered by AbhayNarayanSingh
0

Answer:

जीभ का रंग-रूप देखकर बहुत कुछ समझ आ जाता है इसलिए डॉक्टर चेकअप के दौरान सबसे पहले मरीज से इसे दिखाने को कहते हैं। आइए जानें, जीभ के रंग से रोगों के बारे में और उनके उपाय...।

जीभ का रंग-रूप देखकर बहुत कुछ समझ आ जाता है इसलिए डॉक्टर चेकअप के दौरान सबसे पहले मरीज से इसे दिखाने को कहते हैं। आइए जानें, जीभ के रंग से रोगों के बारे में और उनके उपाय...।

सफेद पैचेज या धब्बेनुमा रचनाएं संकेत : जीभ पर कैंडिडा नाम की फफूंद का जमना। ये यीस्ट प्रजाति की होती है और बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाती।

उपाय : एंटीफंगल दवा से कुल्ला करने या दवा खाने से ठीक हो सकती है। टंग क्लीनर से जीभ रोजाना साफ करें।

कालापन और बाल जैसी संरचना संकेत : ये रंग-रूप भी फफूंद का इंफेक्शन, डायबिटीज, कीमोथैरेपी या मुंह की ठीक से देखभाल न होना बताती है।

उपाय : डॉक्टर को दिखाएं और मुंह-जीभ को हमेशा साफ रखें। साथ ही कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करें।

हल्के लाल और सफेद स्पॉट्स संकेत : ये जीभ का सबसे सामान्य रूप है। सफेद धब्बे वहां दिखाई पड़ते हैं जहां टेस्ट बड्स थोड़े घिस जाते हैं।

उपाय : चिंता की कोई बात नहीं। किसी उपचार की जरूरत नहीं। साफ-सफाई का ध्यान रखें। मसालेदार भोजन से परहेज करें।

Similar questions