जेंडर और यौन (सेक्स) के बीच आवश्यक अंतर क्या है?
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यौन (सेक्स) एक जैविक अंतर है जबकि जेंडर पुरुषों और महिलाओं
के बीच एक सामाजिक रूप से निर्धारित अंतर है।
जेंडर एक जैविक अंतर है जबकि यौन (सेक्स) पुरुषों और महिलाओं
के बीच सामाजिक रूप से निर्धारित अंतर है।
जेंडर और यौन (सेक्स) में कोई अंतर नहीं है।
कोई भी नहीं।
Answers
Answer:
wrote in english
i can not understand
your handwriting.....
ok ok ok k ok ok ok.....
Answer:
खासकर सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में इनका अंतर और भी व्यापक हो जाता है. सेक्स जैवकीय अवधारणा है वरन लिंग एक सामाजिक अवधारणा है. सेक्स एक जैविक शब्दावली है जो स्त्री और पुरुष में जैविक भेद को प्रदर्शित करती है वही जेंडर शब्द स्त्री और पुरुष के बीच सामाजिक भेदभाव को प्रदर्शित करता
Explanation:
खासकर सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में इनका अंतर और भी व्यापक हो जाता है. सेक्स जैवकीय अवधारणा है वरन लिंग एक सामाजिक अवधारणा है. सेक्स एक जैविक शब्दावली है जो स्त्री और पुरुष में जैविक भेद को प्रदर्शित करती है वही जेंडर शब्द स्त्री और पुरुष के बीच सामाजिक भेदभाव को प्रदर्शित करता
सेक्स और जेंडर में अंतर को समझने के लिए आपको जेंडर के बारे में भी जानना होगा। सेक्स और जेंडर में अंतर के क्रम में अभी तक आपने जाना सेक्स के सभी आयामों के बारे में। अब जानते हैं कि जेंडर क्या है?
हमारे समाज में सिखाया जाता है कि जेंडर दो तरह के होते हैं – महिला और पुरुष, लेकिन जेंडर की कई सीमा नहीं है, यह विस्तृत है। कुछ लोग नॉन बाइनरी के रूप में पहचाने जाते हैं। नॉन बाइनरी को सात रंगों के अम्ब्रेला से प्रदर्शित किया जाता है। इसका मतलब एक ऐसी पहचान से है जो महिला और पुरुष दोनों से परे हो।
इसके अलावा जेंडर की कुछ और भी पहचान है, जैसे – बाइजेंडर। बाइजेंडर ऐसे लोग होते हैं, जिनमें महिला और पुरुष दोनों के जेंडर पाए जाते हैं। अजेंडर ऐसे लोग जिनमें किसी भी जेंडर की पहचान न की जा सके। जिसे आज हमारे समाज में थर्ड जेंडर के रूप में देखा जाता है।
इसलिए जेंडर अब सिर्फ महिला और पुरुष की सीमा में नहीं बंधा है, बल्कि उससे कहीं परे हो गया है। हमारे समाज में ऐसे लोगों को किन्नर कहा जाता है।