जाग तुझको दूर जाना' स्वाधीनता आंदोलन की प्रेरणा से रचित एक जागरण गीत है। इस कथन के आधार पर कविता की मूल संवेदना को लिखिए।
Answers
जाग तुझको दूर जाना' कविता में कवयित्री मानव को विपरीत स्थितियों में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित कर रही है
Explanation:
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१) आजादी के समय में बहुत सारे प्रेरक गीत कवियों द्वारा बनाए गए हैं। जिन्होंने लोगों को प्रेरित किया। इतने सारे कवियों ने लोगों में स्वतंत्रता की लय को भरने के लिए अपना लेखन किया है।
2) यह कविता महादेवी वर्मा द्वारा लिखी गई है और इस कविता का मुख्य उद्देश्य देश की आजादी के लिए लोगों के दिल में एक प्रेरणा पैदा करना है।
3) इस कविता में कवयित्री ने कहा कि आजादी के रास्ते में बहुत सारी बाधाएं होंगी, लेकिन आपको आगे बढ़ना चाहिए। उस समय हमारे देश के लोगों ने आलस्य को पकड़ लिया और वे अंग्रेजी सरकार से मुक्त होने की कोशिश नहीं कर रहे थे। इसलिए उसने उन्हें रोशन करने के लिए यह कविता लिखी है।"
कवित्री मानव का सांसारिक माया मोह सुख-सुविधाओं भोग- विलास नाते - रिश्ते आदि के बंधनों से मुक्त होकर निरंतर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहने के लिए मानव को जागृत का संदेश दे रही है 3 जाग तुझको दूर जाना स्वाधीनत आंदोलन की प्रेरणा से सूचित एक जागरण गीत है ।