'जंगल से जनकपुर पाठ के आधार पर राम ने अहिल्या का उद्धार किस तरह किया ?
Answers
Explanation:
श्री रामलीला समिति द्वारा छत्री बाजार में चल रही रामलीला में शुक्रवार को प्रभु श्री राम ने माता अहिल्या का उद्धार किया। जब प्रभु श्री राम-लक्ष्मण जंगल से गुजर रहे थे तब मार्ग में उन्हें बड़ी सी शिला दिखाई दी। प्रभु श्री राम के पूछने पर गुरु विश्वामित्र उन्हें शिला के बारे में बताते हैं अौर कहते हैं कि अब आप इस शिला को मुक्त करिए ताकि शापित अहिल्या का उद्धार हो सके। तब श्री राम अपना पैर जैसे ही शिला को लगाते हैं वैसे ही शिला अहिल्या के रूप में बदल जाती है।
गुरु विश्वामित्र श्री राम अौर लक्ष्मण को गंगा के बारे में बताते हैं। इसके बाद गुरु विश्वामित्र के साथ श्री राम अौर लक्ष्मण मिथिला नरेश के निमंत्रण पर जनकपुरी पहुंचते हैं। जनकपुरी के निवासी श्री राम-लक्ष्मण की छवि देखकर मोहित हो जाते हैं अौर आपस में बात करते हैं कि ये अतिसुंदर राजकुमार किस देश से अाए हैं।
गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से पुष्पवाटिका पहुंचे दोनों भाई
श्री राम-लक्ष्मण ने जनकपुरी का मीना बाजार भी घूमा। इस अवसर पर छत्री मैदान को मीना बाजार के रूप में सजाया गया था। मैदान में जगह-जगह बर्तन, कपड़े, फल अौर विभिन्न प्रकार की मिठाइयों की दुकानें सजाई गई थीं। अगले दिन गुरु विश्वामित्र श्री राम को अाज्ञा देते हैं कि वे पूजा के लिए वाटिका से फूल तोड़कर लाएं। गुरु की आज्ञा पाकर श्री राम पुष्प वाटिका में फूल तोड़ने के लिए जाते हैं। जहां उनकी माता सीता से भेंट होती है। शनिवार को राम लीला में धनुष यज्ञ अौर लक्ष्मण-परशुराम संवाद की लीला का मंचन होगा। रामलीला में समिति के अध्यक्ष विष्णु गर्ग, राधेश्याम भाकर, रमेश अग्रवाल, विमल जैन, सत्यप्रकाश मिश्रा, बीएस राजपूत, रमेश चौरसिया, रामनारायण मिश्रा, गुड्डू वारसी, उमाशंकर सोनी, गनपत लाल नीखरा आदि उपस्थित थे।
Answer:
for the following weekend you so very nice of her I can do that but I'll get you so I will have done a great year's