जंगली (वन्य) जीव पर निबंध | Write an essay on Wild Animals in Hindi
Answers
“जंगली जीव”
भूमिका:-> हर चीजों के संतुलन से ही इस धरा पर जीवन संभव है। ईश्वर ने इस धरती पर जो भी चीज बनाई है, उसका जीवन निर्माण में अहम योगदान है। मनुष्य के लगातार अतिक्रमण से बहुत सी चीजें और जीव विलुप्त होने के कगार पर हैं उनमें से जंगली जीव प्रथम श्रेणी में हैं। वन्य प्राणियों के कारण ही इस धरा की शोभा है।
जंगली जीवो के सिकुड़ते आवास:-> मनुष्य ने अपनी उन्नति तो बहुत कर ली वह लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर है, लेकिन हमने इस धरा पर रहने वाले वन्यजीवों का क्या सोचा? हमारा अतिक्रमण इतना अधिक बढ़ गया है कि उन जीवो को रहने के लिए भी जगह नहीं बची है I पूरे के पूरे जंगलों को काटा जा रहा है I उनका दोहन किया जा रहा है। और उस जगह पर घरों तथा सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।
जंगली जीवन का शिकार:-> मनुष्य अपने शौक के लिए जंगली जीवन का शिकार कर रहा है I उन बेचारे प्राणियों को मार दिया जाता है। लेकिन हम यह क्यों भूल जाते हैं कि जब जंगली जीव ही नहीं रहेंगे तो इस धरा पर जीवन कैसे संभव होगा क्योंकि इस धरा की प्रत्येक जीव की भूमिका इस धरती के चक्रण को चलाने में अहम भूमिका निभाता है।
विलुप्त होने के कगार पर:-> आज बहुत से बने प्राणियों की ऐसी प्रजाति है जो लुप्त हो चुके हैं तथा बहुत से लुप्त होने के कगार पर हैं।
जंगली जीवो के लिए कानून:->ऐसा नहीं है कि सरकारी वन्य प्राणियों की रक्षा के लिए कुछ कार्य नहीं कर रही है I उनके द्वारा बहुत से अभयारण्य क्षेत्र बनाए गए हैं I जहां जंगली जीव बिना किसी भय के रह सकते हैं। भारत में किसी भी जंगली जीव का शिकार करना गैरकानूनी है I अगर कोई व्यक्ति पकड़ा जाता है तो उसे कानूनी तौर पर सख्त से सख्त सजा दी जाती है।
धरती की शान:-> जंगली जीव इस धरती की शान है, जंगल उनके बिना सूने लगते हैं।
उपसंहार:->हमें जंगली जीवो की रक्षा करनी चाहिए उनका धरती के जीवन चक्र में महत्वपूर्ण योगदान है। यदि आज हमने उनकी रक्षा नहीं की तो आने वाली पीढ़ियों को हम केवल तस्वीरों में ही बता पाएंगे, यह कौन सा जंगली जीव है। जितना इस धरा पर अधिकार हमारा है उतना ही उनका भी है हते हम सबको मिलकर के उनकी रक्षा के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
Answer:
“जंगली जीव”
भूमिका:-> हर चीजों के संतुलन से ही इस धरा पर जीवन संभव है। ईश्वर ने इस धरती पर जो भी चीज बनाई है, उसका जीवन निर्माण में अहम योगदान है। मनुष्य के लगातार अतिक्रमण से बहुत सी चीजें और जीव विलुप्त होने के कगार पर हैं उनमें से जंगली जीव प्रथम श्रेणी में हैं। वन्य प्राणियों के कारण ही इस धरा की शोभा है।
जंगली जीवो के सिकुड़ते आवास:-> मनुष्य ने अपनी उन्नति तो बहुत कर ली वह लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर है, लेकिन हमने इस धरा पर रहने वाले वन्यजीवों का क्या सोचा? हमारा अतिक्रमण इतना अधिक बढ़ गया है कि उन जीवो को रहने के लिए भी जगह नहीं बची है I पूरे के पूरे जंगलों को काटा जा रहा है I उनका दोहन किया जा रहा है। और उस जगह पर घरों तथा सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।
जंगली जीवन का शिकार:-> मनुष्य अपने शौक के लिए जंगली जीवन का शिकार कर रहा है I उन बेचारे प्राणियों को मार दिया जाता है। लेकिन हम यह क्यों भूल जाते हैं कि जब जंगली जीव ही नहीं रहेंगे तो इस धरा पर जीवन कैसे संभव होगा क्योंकि इस धरा की प्रत्येक जीव की भूमिका इस धरती के चक्रण को चलाने में अहम भूमिका निभाता है।
विलुप्त होने के कगार पर:-> आज बहुत से बने प्राणियों की ऐसी प्रजाति है जो लुप्त हो चुके हैं तथा बहुत से लुप्त होने के कगार पर हैं।
जंगली जीवो के लिए कानून:->ऐसा नहीं है कि सरकारी वन्य प्राणियों की रक्षा के लिए कुछ कार्य नहीं कर रही है I उनके द्वारा बहुत से अभयारण्य क्षेत्र बनाए गए हैं I जहां जंगली जीव बिना किसी भय के रह सकते हैं। भारत में किसी भी जंगली जीव का शिकार करना गैरकानूनी है I अगर कोई व्यक्ति पकड़ा जाता है तो उसे कानूनी तौर पर सख्त से सख्त सजा दी जाती है।
धरती की शान:-> जंगली जीव इस धरती की शान है, जंगल उनके बिना सूने लगते हैं।
उपसंहार:->हमें जंगली जीवो की रक्षा करनी चाहिए उनका धरती के जीवन चक्र में महत्वपूर्ण योगदान है। यदि आज हमने उनकी रक्षा नहीं की तो आने वाली पीढ़ियों को हम केवल तस्वीरों में ही बता पाएंगे, यह कौन सा जंगली जीव है। जितना इस धरा पर अधिकार हमारा है उतना ही उनका भी है हते हम सबको मिलकर के उनकी रक्षा के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
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