जो लोग आंखों से देख नहीं पाते, वे दूसरों के द्वारा देखी गई चीज़ों की प्रशंसा सुनकर क्या सोचते होंगे ?
Answers
Answered by
2
Answer:
भले ही वो अपने आँखों से नही देख पाते पर वो अपने मन की आँखों से सब देख लेते है वो खुश भी रहते है और दुखी भी खुश इसलिए रहते है कि उन्हें बिना आँखों के सब देख सकते है और दुखी इसलिए रहते है कि वो अपने नेत्र से नही देख सकते है
वो सोचते है कि अगर मेरे नेत्र होते तो वो अच्छे से पूरी दुनिया को देख सकते थे
Similar questions