जो लोग चौकसी से हटते, वे अपने कपड़े बदलते, खाना खाते, पढ़ते, रेडियो सुनते और अपनी ड्यूटी ।के अन्य कार्य जैसे रेडियो की जाँच, इंजन की जाँच तथा व्यंजन सूची के अनुसार भोजन बनाने के। लिए राशन देने का काम निबटाते।" इस वाक्य को कई छोटे-छोटे वाक्यों के रूप में भी लिखा जा सकता है जैसे- जो लोग चौकसी से हटते, वे अपने कपड़े बदलते। वे खाना खाते, पढ़ते और रेडियो सुनते। वे अपनी ड्यूटी के अन्य कार्य करते जैसे रेडियो की जाँच और इंजन की जाँच। वे व्यंजन सूची के अनुसार भोजन बनाने के लिए राशन देने का काम निबटाते। तुम इसी प्रकार नीचे लिखे वाक्य को छोट-छोटे वाक्यों में बदलो- प्रथम भारतीय नौका अभियान दल विश्व की परिक्रमा करके 54,000 किलोमीटर की दूरी मापकर 470 दिन की ऐतिहासिक यात्रा के बाद 10 जनवरी, 1987 को 6.00 बजे मुंबई बंदरगाह पहुँचा।
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नीचे लिखे वाक्य को छोट-छोटे वाक्यों में बदल कर नीचे प्रस्तुत किया गया है :
प्रथम भारतीय नौका अभियान दल विश्व की परिक्रमा करके 54,000 किलोमीटर की दूरी मापकर 470 दिन की ऐतिहासिक यात्रा के बाद 10 जनवरी, 1987 को 6.00 बजे मुंबई बंदरगाह पहुँचा।
प्रथम भारतीय नौका अभियान दल विश्व की परिक्रमा करने के लिए गया। दल ने 54,000 किलोमीटर की दूरी की परिक्रमा की। उन्होंने ये परिक्रमा 470 दिन में पूरी की। ये एक ऐतिहासिक यात्रा थी। यात्रा पूरी करके ये दल 10 जनवरी, 1987 को मुम्बई के बंदरगाह पहुँचा। वो भारतीय समय अनुसार 6 बजे पहुंचे।
**यह प्रश्न कक्षा 8 के पाठ्य पाठ्य पुस्तक दूर्वा के सागर यात्रा पाठ से लिया गया है। इस पाठ के लेखक कर्नल टी.सी.एस चौधरी है। यह एक यात्रा वृतांत है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
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प्रथम भारतीय नौका अभियान दल विश्व की परिक्रमा करके 54,000 किलोमीटर की दूरी मापकर 470 दिन की ऐतिहासिक यात्रा के बाद 10 जनवरी, 1987 को 6.00 बजे मुंबई बंदरगाह पहुँचा।
प्रथम भारतीय नौका अभियान दल विश्व की परिक्रमा करने के लिए गया। दल ने 54,000 किलोमीटर की दूरी की परिक्रमा की। उन्होंने ये परिक्रमा 470 दिन में पूरी की। ये एक ऐतिहासिक यात्रा थी। यात्रा पूरी करके ये दल 10 जनवरी, 1987 को मुम्बई के बंदरगाह पहुँचा। वो भारतीय समय अनुसार 6 बजे पहुंचे।