जीन अभिव्यक्ति के एक दिशीय संचरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
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आसिमकेन्द्रकी में जीन आभिव्यक्ति का नियमन प्रारम्भिक अनुलेखन स्तर पर विशेष स्टान पर होता है। जिसे प्रारम्भन स्टाल/नियामक स्थल/उन्नायक स्थल कहते है। न्नायक की उपलब्धता सुनिश्चित करने वाले प्रोटीन े विशेष क्रम के प्रचालेक operator आॅपरेशन कहते है। यह उन्नायक के समीप होता है। प्रचालक जीन अभिव्यक्ति का नियमान सहयोगात्क रूप में सक्रिय कारक या जानकारी के रूप में (repression) कार्य करके किया जाता है।
उदाहरण:- लैक प्रचालेक (Lac -operon )
लैक प्रचालेक (Lac -operon ):-जब लेक्टोज प्रचालेक के रूप में कार्य करता है, तो उसे लैक प्रचालेक कहते है। लेैक-आॅपरेशन जीन अभिव्यक्ति का नियमन दम्नकारी के रूप मे ंरकता है इसीलिए इस प्रकार के नियमन को ़णात्मक नियमन कहते है।
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