Hindi, asked by RudraPratapSingh321, 24 days ago

'जिन बातो को हम प्राण दे कर भी विरोध करने को त्यार रहते हैं एक समय आता है, जब चाहे किसी भी कारण से भी हो हम उन्ही बातो को स्वीकार कर लेते हैं|'
(क) उपयुक्त कथन का आशचय स्पष्ट कीजिए |
(ख) 'संस्कार और भावना' शीर्षक एकांकी मे किस समस्या को उजागर किया गया है |
(ग) माँ का व्यवहार में किस प्रकार बदलाव आया?
(घ) एकांकी के शीर्षक की सार्थकता पर विचार प्रकट कीजिए |

Answers

Answered by Anonymous
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Answer:

1 Answer: उपर्युक्त कथन से वक्ता का आशय है कि जैसे ही कोई समस्या खड़ी होती है तुरंत उस समस्या का समाधान कर देना चाहिए अन्यथा बाद समस्या बड़ी गंभीर हो जाती है और फिर वह समस्या हल नहीं होती

2 Answer: विष्णु प्रभाकर द्‌वारा रचित “संस्कार और भावना” एकांकी में भारतीय हिंदू परिवार के पुराने संस्कारों से जकड़ी हुई रूढ़िवादिता तथा आधुनिक परिवेश में पले बड़े बच्चों के बीच संघर्ष की चेतना को चित्रित किया गया है। अविनाश ने एक विजातीय (बंगाली) कन्या से विवाह किया था। किसी ने इस विवाह का समर्थन नहीं किया।

sorry don't now ans of 3 and 4

Answered by nirvansharma05
1

Explanation:

here is the answer is the answer is yes I have sent

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