Hindi, asked by rohitsingh9014, 10 days ago

जिन्दगी की दौड़ में तजुर्बा कच्चा ही रह गया हम सीख न पाये ‘फरेब’ और दिल बच्चा ही रह गया. ​

Answers

Answered by srishti9cp2406
3

Answer:

hi Ashish mein apki Bhabhi khushi voh I'd work nhi Kar rahi

Answered by 7esuryanshumohansing
0

Explanation:

uttar :

जिन्दगी की दौड़ में,

तजुर्बा कच्चा ही रह गया...

हम सीख न पाये 'फरेब'

और दिल बच्चा ही रह गया !

बचपन में जहां चाहा हंस लेते थे,

जहां चाहा रो लेते थे...

पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए

और आंसुओ को तन्हाई !

हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह अन्दाज़ से...

देखा है आज खुद को कुछ पुरानी तस्वीरों में !

चलो मुस्कुराने की वजह ढूंढते हैं...

जिन्दगी तुम हमें ढूंढो...

हम तुम्हे ढूंढते हैं।

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