ज्ञान और जानकारी के बीच अंतर क्या है?
Answers
किसी भी विषय में किसी को कुछ बताना, मतलब सूचना देना |
किसी भी स्त्रोत से कुछ सीखना/समझना, मतलब ज्ञान लेना |
किसी को सूचना देना अत्यधिक आसान है, आज के युग में, लेकिन किसी को ज्ञान की प्राप्ति उसके स्वयं के मानसिक स्तर पर भी निर्भर करता है |
किताबों में सिर्फ सूचनाएं भरी हैं, एक शिक्षक की सहायता से उन्हें समझने में आसानी होती है |
और इस प्रकार सूचनाएं ज्ञान का स्त्रोत बन सकती हैं |
जैसे, कोई भी समझदार इंसार कुछ ही वर्षों में समाचारों के अवलोकन से देश ही नहीं, वरन पूरे विश्व की राजनीति समझ सकते हैं |
और उनमें भी जो अत्यधिक मेधावी होंगें, केवल वही पक्षपात भरे समाचारों और निष्पक्ष पत्रकारिता में भी फर्क कर सकेंगे |
दुर्भाग्यपूर्वक, आज कल सभी पुस्तकों में लिखी सूचनाएं(ज्ञान) शतप्रतिशत सही नहीं होती हैं, क्योंकि उनमें दर्ज सभी बातें मूलतः विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा एकत्रित सूचनाओं के आधार पर, उनके द्वारा लिए गए निष्कर्ष हैं | सर्वसम्मति के कारण, ऐसे निष्कर्षों को अकाट्य सत्य मान लिया जाता है |
लेकिन "जिन खोजा, तिन पाया" की कहावत को चरितार्थ करते हुए मेधावी लोग सत्य को खोज ही लेते हैं |