Hindi, asked by jeweldiptaparida, 18 days ago

जो पूवव में हमको अशिक्षित या असभ्य बता रहे – वे लोग या तो अज्ञ हैं या पिपात जता रहे | यदि हम अशिक्षित थे, कहें तो वे सभ्य कैसे हुए ? वे आप ऐसे भी नह ं थे, आज हम जैसे हुए || ज्यों-ज्यों हमार प्रचरु प्राचीनता की खोज बढ़ती जाएगी त्यों-त्यों हमार उच्चता पर आप चढ़ती जाएगी | स्जस ओर िेखेंगे हमारे चचह्न ििवक पाएाँगे हमको गया बतलाएाँगे, जब, जो जहााँ तक सोएाँगे | कल जो हमार सभ्यता पर थे हाँसे अज्ञान से – वे आज लस्ज्जत हो रहे हैंअचिक अनुसंिान से | चगरते हुए भी िसू रों को हम चढ़ाते ह रहे घटते हुए भी िसू रों को हम बढ़ाते ह रहे | संकशलत – गोल्डन बुक ववथ अ डडफ़रेंस (क) ‘चगरते हुए भी िसू रों को हम चढ़ाते ह रहे’ – का आिय तपष्ट कीस्जए | (2) (ख) िेि को बचाने के शलए उत्तम उपाय क्या होंगे ? (2) (ग) क्या आप बता सकते हैं कक इस कववता में वक्ता कौन है और ककसे कहा जा रहा है ?​

Answers

Answered by khushmitasolanki
1

Answer:

mark me as branlist

.

.

.

.

.

.

.

.

.

.

.

.

.

.

.

please

Similar questions