) 'जॉर्ज पंचम की नाक' पाठ के आधार पर लेखक द्वारा विदेशी वस्तुओं पर किए गए व्यंग्य को स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
1
Answer:
उसकी मेहनत का भाषण तुरंत अखबार में छप गया। मूर्तिकार ऐसे पत्थर की खोज करने गया जिससे लाट पर मूर्ति बनी थी परन्तु उसने निराशाजनक जवाब देते हुए कहा कि नाक विदेशी पत्थर की बनी है। सभापति ने क्रोधित होकर कहा कि कितने बेइज्जती की बात हैं कि भारतीय संस्कृति ने पाश्चात्य संस्कृति पूरी तरह अपना ली।
Similar questions