जॉर्ज पंचम की नाक' व्यंग के द्वारा लेखक ने किस बात पर व्यंग किया है?
Answers
"जॉर्ज पंचम की नाक " व्यंग द्वारा लेखक ने कई बातों पर व्यंग किया है ।
• लेखक ने इस पाठ में अंग्रेजी राज के प्रति रोष प्रकट किया है, तिरस्कार प्रकट करने के लिए लेखक ने जॉर्ज पंचम की नाक को काट दिया है ।
• लेखक ने इस पाठ के माध्यम से सरकारी तंत्र की मूर्खता, चाटुकारिता पर व्यंग किया है, वे कहते है कि जॉर्ज पंचम ने इतने जुल्म ढाए परन्तु सरकारी लोग उन अत्याचारों को भूलकर उसकी चाटुकारिता में लगे हुए हैं।
• दूसरी ओर लेखक आज की पत्रकारिता पर भी व्यंग कर रहे है, उन्होंने एक प्रसंग का विवरण किया है जिसमें रानी एलिजाबेथ जब भारत आने वाली थी तब दर्जी को इस बात की चिंता थी कि रानी का पहनावा क्या होगा , समाचार पत्रों में इस बात की चर्चा थी कि रानी के लिए चार सौ पाउंड्स का हल्के नीले रंग का सूट भारत से बनवाया गया।
Answer:
यह एक व्यंग कथा है। इस कथा में बताया गया है कि जॉर्ज पंचम की मूर्ति की नाक टूटने पर,सरकार घबरा गई क्यूंकि कुछ ही दिन में क्वीन एलिज़ाबेथ भारत दौरे पर आने वाली थी। इसलिए यदि क्वीन देखती की जॉर्ज पंचम की मूर्ति टूटी हुई है तो वो भारत के बारे में क्या सोचती।
Explanation: