Hindi, asked by zameeransari87570178, 6 months ago

जो रहीम ओछो बढ़े, तो तितही इतराय।
प्यादा से फरजी भयो, टेढ़ो-टेढ़ो जाय।।​

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Answered by aralokadhikari
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Answer:

जो रहीम ओछो बढ़ै -रहीम

जो रहीम ओछो बढ़ै, तौ अति ही इतराय।

प्यादे सों फरजी भयो, टेढ़ो टेढ़ो जाय॥

अर्थ

ओछे लोग जब प्रगति करते हैं तो बहुत ही इतराते हैं। वैसे ही जैसे शतरंज के खेल में जब प्यादा फरजी बन जाता है तो वह टेढ़ी चाल चलने लगता है।

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