जैसा खाए अन्न, वैसा रहे मन निबंध....Please Write A Essay In Hindi On This Topic Of 1000 Words....
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जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मन, इसलिए ईमानदारी का ही भोजन करें: ब्रह्माकुमारी पठारी| अन्न का हमारे मन पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है। ... इसलिए सदा घर में मेहनत और ईमानदारी से कमाए हुए धन से ही भोजन लाएं। घर में बने हुए भोजन का ईश्वर को भोग लगाकर भोजन को प्रसाद स्वरूप ग्रहण करना चाहिए।
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