जिसके इशारे के बिना पता भी नही हिलता जिंदगी जो बदल दे सबकी जो सत्ता उखड़ दे अच्छे अच्छो की सूरज की चमक भी कम लगे जिसके आगे ऐसे है मेरे प्रभु राम
Answers
Answered by
1
Answer:
helo guys its your answer
Explanation:
याद हैं अब भी अपने ख़्वाब तुम्हें ... अब मिरी कोई ज़िंदगी ही नहीं. अब भी तुम मेरी ज़िंदगी हो क्या. क्या तो हू एक देश भक्त जातीय कवि भी ... नाज़िम हिकमत ऐसे कवि हैं जो ... कुछ संस्मरण भी अच्छे लगे थे
Similar questions