जो शिक्षा कक्षा में छात्रों को बोलने की अनुमति नहीं देते उनकी कक्षा में विचार संप्रेषण
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बोलना और सुनना
यह इकाई किस बारे में है
यह इकाई इस बारे में है कि बोलने और सुनने के सार्थक अवसर प्रभावी कक्षा शिक्षण और अधिगम में किस प्रकार योगदान करते हैं।
अपने छात्रों के बोलने और सुनने के कौशल के विकास के लिए आप विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाएँगे और उनका मूल्यांकन करेंगे। आप उन तरीकों पर भी विचार करेंगे, जिनके द्वारा छात्रों के विचार सुनकर आपको उनके सीखने का आकलन करने और अपने भावी पाठों की योजना बनाने में मदद मिल सकती है।
आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं
कक्षा में रचनात्मक छात्र बातचीत का महत्व।
बोलने और सुनने की गतिविधियों के आधार के रूप में चित्रों का उपयोग किस प्रकार करें।
किस प्रकार छात्रों की बातचीत का उपयोग उनकी समझ और प्रगति के मूल्यांकन के एक साधन के रूप में करें, ताकि उसके अनुसार अपनी अध्यापन योजनाओं में बदलाव कर सकें।
यह दृष्टिकोण क्यों महत्वपूर्ण है
बोलना और सुनना सभी शैक्षणिक क्षेत्रों में शिक्षण और अधिगम के केंद्र में होते हैं। बोलना साक्षरता का आधार भी है। छोटे बच्चे पढ़ना और लिखना शुरू करने से बहुत पहले ही अच्छी तरह से सुनने और बोलने लगते हैं। वे सीखते हैं कि बोलकर वे अपनी ज़रूरतों और इच्छाओं को व्यक्त कर सकते हैं, वस्तुओं के बारे में जान सकते हैं, और काल्पनिक, अन्वेषक खेल में शामिल हो सकते हैं। बच्चों में भाषा कौशल विकसित करने के लिए उन्हें सुनने व विभिन्न सन्दर्भों में अलग–अलग विषयों पर बोलने के पर्याप्त अवसर मिलने चाहिए, जिससे उनकी स्कूली उपलब्धियों में भी वृद्धि होगी।
1 बोलना और सीखना
पारंपरिक कक्षाओं में, अक्सर शिक्षक ही ज्यादातर समय बोलते हैं। हालांकि सीखने के प्रति छात्रों के दृष्टिकोण सीखने से उनके लाभ के साथ – तब उल्लेखनीय रूप से सुधार होता है, जब वे अपनी खुद की बातचीत के द्वारा, सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल होते हैं।
विचार के लिए रुकें
आपके अनुसार सीखने की प्रक्रिया में छात्रों के ‘सक्रिय रूप से शामिल’ होने का क्या अर्थ है? क्या यह सिर्फ शिक्षक के प्रश्नों का उत्तर देने तक सीमित है या यह उससे कुछ अधिक है?
आपको कैसे पता चलता है कि आपके छात्र कक्षा शिक्षण में ‘सक्रिय रूप से शामिल’ हैं या नहीं?
सीखने में व्यक्ति के मौजूदा ज्ञान, कौशल और अनुभवों में वृद्धि करना और नए दृष्टिकोण प्राप्त करना शामिल होता है। बातचीत इस प्रक्रिया में मुख्य भूमिका निभाती है, क्योंकि इससे छात्रों को उनके विचारों को स्पष्ट करने, वे क्या नहीं समझ सके हैं- यह बताने, प्रश्न पूछने, नए विचारों को जानने और शिक्षकों व सहपाठियों के साथ आपसी बातचीत के द्वारा नई बातें सीखने में मदद मिलती है।
इस पहली गतिविधि में, आप सीखने के लिए बातचीत के महत्व पर विचार करेंगे।
गतिविधि 1: सीखने के लिए बातचीत
यदि संभव हो, तो यह गतिविधि अपने किसी सहकर्मी के साथ करें।
पहले संसाधन 1, ‘सीखने के लिए बोलना’ पढ़ें। जब आप इसे पूरा कर लेते हैं, तब ध्यानपूर्वक निम्नलिखित दो अंश पढ़ें:
यहां तक कि साक्षरता और गणना के सीमित कौशलों वाले नन्हें छात्र भी उच्चतर श्रेणी के चिंतन कौशलों का प्रदर्शन कर सकते हैं, बशर्ते कि उन्हें दिया जाने वाला कार्य उनके पहले के अनुभव पर आधारित और आनंदप्रद हो। उदाहरण के लिए, छात्र तस्वीरों, आरेखन या वास्तविक वस्तुओं से किसी कहानी, पशु या आकृति के बारे में पूर्वानुमान लगा सकते हैं। छात्र भूमिका निभाते समय कठपुतली या पात्र की समस्याओं के बारे में सुझावों और संभावित समाधानों को सूचीबद्ध कर सकते हैं।
जो कुछ आप छात्रों को सिखाना चाहते हैं, उससे सम्बन्धित (जोड़ते हुए) पाठ की योजना बनायें और इस बारे में सोचें, और साथ ही इस बारे में भी कि आप किस प्रकार की बातचीत को छात्रों में विकसित होते देखना चाहते हैं।
विचार के लिए रुकें
संसाधन 1 बताता है कि छात्र कहानी के बारे में, किसी जानवर के बारे में या आकृति के बारे में फोटो, ड्रॉइंग या वास्तविक वस्तुओं से अनुमान लगा सकते हैं, और छात्र किसी नाटिका में कठपुतली या पात्र की समस्याओं के बारे में सुझाव और संभावित समाधान दे सकते हैं।
इस बात के एक उदाहरण के बारे में सोचें कि इन विचारों को किस प्रकार कक्षा दो में लागू किया जा सकता है। आप किन संसाधनों, विषयों या गतिविधियों का उपयोग करेंगे?
इस बात के एक उदाहरण के बारे में सोचें कि इन विचारों को किस प्रकार कक्षा सात में लागू किया जा सकता है। इसके लिए कौन-से संसाधन, विषय या गतिविधियाँ उपयुक्त होंगी?
इन प्रश्नों पर विचार करें: ‘इसके बाद क्या होगा?’, ‘क्या हमने इसे पहले देखा है?’, ‘यह क्या हो सकता है?’ और ‘आपके अनुसार वह क्यों है?’
कक्षा की कुछ गतिविधियों के बारे में सोचें, जिनमें आप कक्षा एक में ये प्रश्न पूछेंगे।
कक्षा की कुछ गतिविधियों के बारे में सोचें, जिनमें आप कक्षा छः में ये प्रश्न पूछेंगे।.
अब अपने हाल के पाठों के बारे में सोचें। क्या आप पहचान सकते हैं कि किस समय आपके छात्रों ने खोजपूर्ण बातचीत की थी? इस तरह की बातचीत किन विषयों या बातों से संबंधित थी?
सीखने के लिए बातचीत करना सभी आयुवर्ग के छात्रों के लिए मूल्यवान होता है। छात्रों को एक उद्देश्यपूर्ण तरीके में बात करने के जितने अधिक अवसर दिए जाएंगे, वे विचारपूर्वक बोलने और सुनने में उतने ही अधिक कुशल बनेंगे।
वीडियो: सीखने के लिए बातचीत