Hindi, asked by saritaadevi549, 9 months ago

जूते फटे हुए जिनमें से झांक रही गांव की आत्मा कविता की इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए​

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Answered by raisarita858
63

Explanation:

' जूते फटे हुए हैं ,जिनमें से झांक रही गांवों की आत्मा ' - कविता की इस पंक्ति से कवि ने वृद्ध व्यक्ति तथा उसके फटे जूते के माध्यम से गांव ‌ के गरीब व्यक्तियों की स्थिति को उजागर करने का प्रयास किया है।

Answered by vinodpandaye636
16

Answer:

जूते फटे हुए जिनमें झांक रही गांव की आत्मा कविता की पंक्ति से कवि ने फटे जूते के माध्यम से गांव की गरीब व्यक्तियों की स्थिति को उजागर करने का प्रयास किया है

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