जंतुओं की अपेक्षा पौधों में ऊर्जा की आवश्यकता कम होती है? क्यों
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Explanation:प्राणी या जन्तु या जानवर 'ऐनिमेलिया' (Animalia) या मेटाज़ोआ (Metazoa) जगत के बहुकोशिकीय, जंतुसम पोषण प्रदर्शित करने वाले, और सुकेंद्रिक जीवों का एक मुख्य समूह है। पैदा होने के बाद जैसे-जैसे कोई प्राणी बड़ा होता है उसकी शारीरिक योजना निर्धारित रूप से विकसित होती जाती है, हालांकि कुछ प्राणी जीवन में आगे जाकर कायान्तरण (metamorphosis) की प्रकिया से गुज़रते हैं। अधिकांश जन्तु गतिशील होते हैं, अर्थात अपने आप और स्वतंत्र रूप से गति कर सकते हैं।
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Explanation:
प्राणी या जन्तु या जानवर 'ऐनिमेलिया' (Animalia) या मेटाज़ोआ (Metazoa) जगत के बहुकोशिकीय, जंतुसम पोषण प्रदर्शित करने वाले, और सुकेंद्रिक जीवों का एक मुख्य समूह है। पैदा होने के बाद जैसे-जैसे कोई प्राणी बड़ा होता है उसकी शारीरिक योजना निर्धारित रूप से विकसित होती जाती है, हालांकि कुछ प्राणी जीवन में आगे जाकर कायान्तरण (metamorphosis) की प्रकिया से गुज़रते हैं। अधिकांश जन्तु गतिशील होते हैं, अर्थात अपने आप और स्वतंत्र रूप से गति कर सकते हैं।
स्पंज एक अमेरूदण्डी, पोरीफेरा संघ(छिद्रयुक्त जीवधारी) का समुद्री जीव है। यह मीठे एवं खारे पानी में पाया जाता है। यह जन्तु निबह (कालोनी) बनाकर अपने आधार से चिपके रहते हैं। यह एक मात्र ऐसे जन्तु हैं जो चल फिर नहीं सकते हैं। ये लाल एवं हरे आदि कई रंगो के होते हैं। इनका शरीर पौधों की तरह शाखा-प्रशाखा युक्त होता है। इनके शरीर पर छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जिससे होकर जल ऑक्सीजन तथा भोज्य पदार्थ शरीर में प्रवेश करता है, इसे ऑस्टिया कहते हैं। इनके अग्रभाग पर एक बड़ा छिद्र होता है, जिससे जल बाहर निकलता है, इसे उस्कुलम कहते हैं।साइकॉन,यूप्लेक्टेला तथा स्पोंजिला पोरीफ़ेरा समूह के उदाहरण हैं। आलिएन्थस को काल्पनिक स्पंज कहते है।