जातिवाचक संज्ञा और व्यक्तिवाचक संज्ञा एक दूसरे के रूप में कब प्रयोग होती है उदाहरण dijiiye
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जातिवाचक संज्ञा का व्यक्तिवाचक के रुप मे प्रयोग
गाँधीजी ने देश के लिए अपना तन–मन–धन लगा दिया । यहाँ 'पंडितजी 'और 'गाँधीजी 'शब्द जातिवाचक होते हुए भी व्यक्ति विशेष अर्थात् पंडित जवाहरलाल नेहरु और महात्मा गाँधी के लिये प्रयुक्त हुए है । अतः यहाँ ये दोनों शब्द व्यक्तिवाचक हो गए है ।
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