जूते व टोपी को किसका प्रतीक माना जाता है तथा इसके
माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है?
(2)
Answers
Answered by
10
Explanation:
(क) टोपी को मान और सम्मान का एवं जूते को शक्ति और संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। इसके माध्यम से लेखक यह स्पष्ट करता है कि दुर्भाग्यवश शक्ति और संपन्नता हमेशा मान और सम्मान पर भारी पड़ती हैं।
(ख) लेखक प्रेमचंद के बारे में कहता है कि वह महान् कथाकार, उपन्यास-सम्राट, युग-प्रवर्तक, न जाने क्या-क्या कहलाते थे।
Hope it's helpful
please mark me branlist
Answered by
6
Answer:
Explanation:
(क) टोपी को मान और सम्मान का एवं जूते को शक्ति और संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। इसके माध्यम से लेखक यह स्पष्ट करता है कि दुर्भाग्यवश शक्ति और संपन्नता हमेशा मान और सम्मान पर भारी पड़ती हैं।
(ख) लेखक प्रेमचंद के बारे में कहता है कि वह महान् कथाकार, उपन्यास-सम्राट, युग-प्रवर्तक, न जाने क्या-क्या कहलाते थे।
Hope it's helpful
please mark me branlist
shrutianand26:
hi
Similar questions