जातिवाद के दो दुष्परिणाम लिखिए।
Answers
Answer:
राष्ट्रीय एकता के घातक –जातिवाद राष्ट्रीय एकता के लिये घातक सिद्ध हुआ है। क्योंकि जातिवाद कीभावना से प्रेरित होकर व्यक्ति अपने जातीय हितो को ही सर्वोपरि मानकर राष्ट्रीयहितो की उपेक्षा कर देता है। व्यक्ति केा तनाव उत्पन्न हो जाता है। जिससे राष्ट्रीयएकता को आघात पहचुं ता है।
जातीय एवं वगरीय संघर्ष- जातिवाद ने जातीय एवं संघर्षो को जन्म दिया है। विभिन्न जातियो एवं वर्गोमें पारस्परिक ईष्र्या एवं द्वेष के कारण जातीय एवं वर्गीय दंगे हो जाया करते है।इतना ही राजसत्ता पर अधिकार जमाने के लिये विभिन्न जातियों के मध्य खुलासंघर्ष दिखाई देता है।
राजनीतिक भ्रष्टाचार-सभी राजनैतिक दलो में जातीय आधार पर अनेक गुट पाये जाते है और वेनिर्वाचन के अवसर पर विभिन्न जातियो के मतदाताओ की संख्या को आधारमानकर ही अपने प्रत्याशियो का चयन करते है।निर्वाचन के पश्चात राजनीतिज्ञ नेतृत्व का निर्णय भी जातिगत आधार पर हीहोता है।
एक ऐसी प्रणाली जिसमे धर्म के अंदर लोगों को उसके कार्य और रहने सहने के अनुसार जो प्रणाली बनाई गई है उसे ही जातिवाद कहते है
Explanation:
जातिवाद से होने वाली कई दुष्परिणाम है जो निमलिखित है |
राष्ट्र के लिए घातक:- जातिवाद राष्ट्र के लिए इस लिए ख़तरा है क्यूंकी लोग राष्ट्र एकता ना सोच कर अपनी जाती के बारे मे सोचते है जिससे लोगों मे तनाव बढ़ जाता है|
राजनीतिक भ्रष्टाचार :- सभी राजनीतिक दलों मे जातीवाद की भावना एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है जिससे सभी दल अपनी-अपनी जातिगत मतों को एकजुट करने की कोशिश करती है जिससे भ्रष्ट्रचार फैलता है|
ग़रीबी का कारण :- जातिवाद ग़रीबी फैलाने की एक मुख्य स्रोत है|