English, asked by Anonymous, 6 months ago

जिंदगी जीनी है, तो तकलीफ तो होगी ही, क्योंकि मरने के बाद तो जलने का एहसास भी नहीं होता…​

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Answered by SanskariDevil
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Answer:

gadar Likha hai

“सवाल पानी का नही प्यास का है

सवाल मौत का नही साँसो का है

दोस्त तो बहुत है दुनिया में

मगर सवाल दोस्ती का नही विश्वास का है।”

Answered by Chaitanya1696
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कृष्णप्रिया जी ने कहे ये वाक्य जो एक आध्यात्मिक वक्ता और प्रेरक वक्ता थीं

  • कृष्ण प्रिया जी श्री कृष्ण की पक्की आस्तिक और भक्त थीं।
  • जब वह पाँच वर्ष की थी और उसकी माँ उसे मंदिर ले गई थी, तब से उसने श्रीकृष्ण में विश्वास करना शुरू कर दिया था।
  • उसने जोर देकर कहा कि वह मूर्ति को अपने साथ वापस ले जाना चाहती है, यह भक्ति की पराकाष्ठा थी जो कृष्ण प्रिया जी ने भगवान कृष्ण पर की थी।
  • वह भारत और विदेश दोनों में कई वार्ताएं करती हैं।
  • उसने अमेरिका, नेपाल और इंडोनेशिया जैसे राज्यों में अपना नाम बनाया है।
  • वह दुखों पर अपनी शिक्षा देती है कि एक व्यक्ति को मोक्ष तक पहुंचने की प्रक्रिया में सहन करना चाहिए।
  • उसके अनुसार जीवन दुखों से भरा था कि एक व्यक्ति को स्वर्ग तक पहुँचने के लिए सहना पड़ता था।
  • जैसे कि व्यक्ति ऐसा नहीं करता है और स्वर्ग के द्वार तक नहीं पहुंच सकता है, उन्हें अपना शेष अनंत जीवन नरक में बिताना होगा जहां वे जलने की इंद्रियों को खो देंगे।
  • इसलिए प्रदान की गई सजा कृष्णा प्रिया जी द्वारा कही गई थी I

#SPJ3

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https://brainly.in/question/37665201

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