जैव प्रतिदीप्त जन्तु का नाम बताइये।।
Answers
प्रतिदीप्ति (Fluorescence) पदार्थ का वह गुण है जिसके कारण पदार्थ, अन्य स्रोतों से निकले विकिरण को अवशोषित कर तत्काल ही उत्सर्जित कर देता है। ऐसे पदार्थ को प्रतिदीप्त पदार्थ कहते हैं जिससे प्रकाश का उत्सर्जन उसी समय तक रहता है, अथवा उत्तेजक के हटा लेने के १०-८ सेकंड के अंदर तक रहता है। १०-८ सेकंड का काल एक परमाणु की उत्तेजित अवस्था के एक स्वीकार्य अथवा अनुमत संक्रमण (allowed transition) के जीवनकाल को प्रदर्शित करता है।
1. कुछ जीवों में यह आत्मरक्षा का साधन है। उदाहरण के लिये स्क्विड शिकारी को देख कर एक जैव संदीप्ति द्रव का बादल सा बना देते हैं, जिससे या तो शिकारी हतप्रभ हो जाता है और इन्हें बच निकलने का मौका मिल जाता है या फिर खुद ही घबराकर इनसे दूर हो जाता है।
2. शिकार को आकर्षित करने के लिये एंग्लर फिश जैसी कुछ मत्स्य प्रजातियाँ दूसरी मछलियों को आकर्षित कर पास बुलाने के लिये जीव-संदीप्ति चारे का उपयोग करती हैं।
3. आहार की स्थिति जानने के लिये, सागर की धुँधली गहराइयों में कुछ मत्स्य प्रजातियाँ अपनी जीव संदीप्ति का उपयोग क्षणिक टॉर्च की तरह करके शिकार ढूंढ़ने का काम करती हैं।
4. कुकी कटर शार्क के शरीर पर नीचे की ओर एक छोटी मछली के आकार का अदीप्त धब्बा होता है। जब कोई बड़ा शिकारी जलजीव भ्रम खा कर उसके पास तक आ जाता है तो यह उसके शरीर का एक हिस्सा काट कर भाग जाती है। इस प्रकार का अनुकृतिकरण भी कई जीवों में पाया जाता है।
5. समुद्र के गहन अंधकार में अपने नीचे की चीजों को देखना तो कठिन होता है, किंतु ऊपर की चीजों की आकृति की रूपरेखा नीचे से देखी जा सकती है इसलिए कुछ प्रजातियों के अधोतल पर कुछ प्रकाश के धब्बे होते हैं जिनके कारण उनकी आकृति की रूपरेखा अस्पष्ट हो जाती है और वे अपने परिवेश से अभिन्न हो जाती हैं और इस प्रकार का छलावरण रचकर शत्रुओं से बचने में सफल हो जाती हैं।
6. जुगनूओं की विभिन्न प्रजातियों में अपनी-अपनी प्रजातियों की मादाओं को प्रकाश-संदेश भेजने में इस प्रक्रम का उपयोग किया जाता है।