जैव-विविधता क्या है? इसके संरक्षण की दो विधियों का उल्लेख कीजिए।
Answers
जीवो के बीच पाए जाने वाली भिन्नता को जैव विविधता कहते है |
जैसे प्रजातियों के बीच और प्रजातियों मे पारिस्थितिक तंत्र मे भी विविधता को पैदा करती है |
Explanation:
जैव विविधता शब्द का उपयोग सबसे पहले वॉल्टर जी रासन ने की थी | यह तीन प्रकार की होती है, आनुवंशिक विविधता ,प्रजातीय विविधता और पारितंत्र विविधता | जैव विविधता के बिना धरती पर मानव का जीवन बहुत कठिन है या संभव ही नही है| जैव विविधता के सुरक्षा का इरादा जैविक संसाधानो के रख-रखाओं से है| जिससे उसकी बड़े स्तर पर उपयोग के साथ-साथ उसकी गुणों का भी संरक्षण किया जा सके | जैव विविधता हमारे सभी सुविधा को पूरा करने के साथ ही हमारे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने मे बहुत बड़ी भूमिका अदा करते है| जैव विविधता हमे प्राकृतिक आपदाओं से भी सुरक्षा प्रदान करती है| यह हमे प्राकृतिक के द्वारा दिया हुआ एक संपत्ति है, और इसकी बर्बादी प्राकृतिक की बर्बादी है| इसलिए हमे प्राकृतिक को बचाने के लिए जैव विविधता को बचाना होगा|
इसके संरक्षण की दो विधि निम्न है|
1. यथास्थल संरक्षण :- एक ऐसी विधि जिसके तहत किसी प्रजाति की सुरक्षा उसके रहने के स्थान पर की जाती है| या मानव के द्वारा बनाए गये स्थान पर भी उसकी सुरक्षा की जाती है जैसे अभयारण्य, राष्ट्रीय पार्क इत्यादि |
2.बहिःस्थल संरक्षण :- यह एक ऐसी विधि है जिसमे प्रजातियों का संरक्षण उसके प्राकृतिक घरो से दूर रख कर किया जाता है जैसे वानस्पतिक उद्यान, पशु फार्म, आनुवंशिक संसाधन केंद्र, संस्कृति संग्रह इत्यादि |
पृथ्वी पर पौधे और जानवरों के जीवन की विविधता, जिनमें से एक उच्च स्तर को आमतौर पर महत्वपूर्ण और वांछित माना जाता है | जैव-विविधता संरक्षण की दो विधि:-
- इन-सीटू संरक्षण (In-situ Conservation)
- एक्स-सीटू संरक्षण (Ex-situ Conservation)
Explanation:
जैव विविधता पृथ्वी पर जीवन की विशाल विविधता का वर्णन करने के लिए उपयोग किया जाने वाला शब्द है। इसका उपयोग विशेष रूप से एक क्षेत्र या पारिस्थितिकी तंत्र में सभी प्रजातियों को संदर्भित करने के लिए किया जा सकता है। जैव विविधता पौधों, बैक्टीरिया, जानवरों और मनुष्यों सहित हर जीवित चीज को संदर्भित करती है । स्थलीय, समुद्री और अन्य जलीय पारिस्थितिक तंत्रों सहित सभी स्रोतों से जीवों के बीच जैव विविधता मे भिन्नता है |
- जैव विविधता संरक्षण जैव विविधता का संरक्षण और प्रबंधन है जिसे सतत विकास के लिए संसाधन प्राप्त किया जाता है | इसकी दो महत्वपुर्णा विधि :-
- इन-सीटू संरक्षण - जैव विविधता का इन-सीटू संरक्षण उनके प्राकृतिक आवास के भीतर प्रजातियों का संरक्षण है। इस पद्धति में, प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखा जाता है , और संरक्षित किया जाता है | कुछ संरक्षित क्षेत्र जहां इन-सीटू संरक्षण होता है, उनमें राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य और जीवमंडल भंडार शामिल हैं।
- एक्स-सीटू संरक्षण- जैव विविधता के एक्स-सीटू संरक्षण में कृत्रिम पारिस्थितिक तंत्रों जैसे चिड़ियाघर, नर्सरी, वनस्पति उद्यान, जीन बैंक आदि में लुप्तप्राय प्रजातियों के प्रजनन और रखरखाव शामिल हैं, जीवों के बीच भोजन, पानी और स्थान के लिए कम प्रतिस्पर्धा है ।