जैव विविधता में प्रत्यक्ष उपयोगिता और अप्रत्यक्ष उपयोगिता मूल्य
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जैव विविधता जीवन और विविधता के संयोग से निर्मित शब्द है जो आम तौर पर पृथ्वी पर मौजूद जीवन की विविधता और परिवर्तनशीलता को संदर्भित करता है।संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (युएनईपी), के अनुसार जैवविविधता विशेष रूप से अनुवांशिक, प्रजाति तथा पारिस्थितिकि तंत्र के विविधता के स्तर को मापती है। जैव विविधता किसी जैविक तंत्र के स्वास्थ्य की द्योतक है। पृथ्वी पर जीवन आज लाखों विशिष्ट जैविक प्रजातियों के रूप में उपस्थित हैं। सन् 2010 को जैव विविधता का अंतरराष्ट्रीय वर्ष, घोषित किया गया है। जैव विविधता एक प्राकृतिक संसाधन है जिससे हमारी जीवन की सम्पूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति होती है।
Explanation:
जैव विविधता के प्रत्यक्ष लाभ
1. मानव समाज को भोजन पारिस्थितिकी तन्त्र से प्राप्त होता है।
2. परितंत्र से उद्योगों के लिये कच्चा माल प्राप्त होता है।
3. परितंत्र से औषधियों के लिये जड़ी-बूटी प्राप्त होती है।
4. जैविक विविधता से प्रकाश संश्लेषण में वृद्धि होती है।
5. जैविक विविधता परागण प्रक्रिया को बढ़ावा देती है।
6. जैविक विविधता का प्रस्वेदन रासायनिक चक्र तथा पोषक चक्र पर अनूकूल प्रभाव पड़ता है।
7. जैविक विविधता का जल-चक्र पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है।
8. जैविक विविधता से कीटाणु नियंत्रण में सहायता मिलती है।
जैव विविधता के अप्रत्यक्ष लाभ
1. जैविक विविधता से पयर्टन एवं पारिस्थितिकी-पयर्टन को बढ़ावा मिलता है।
2. सरकार की आय में वृद्धि होती है, विदेशी मुद्रा में वृद्धि होती है।
3. देश के चहुंमुखी विकास में सहायता होती है।
4. जलवायु पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है।
5. देश आत्म-निर्भर होता है, सम्पन्नता बढ़ती है और राष्ट्र सम्मान में वृद्धि होती है।
6. जैविक विविधता एक सौन्दर्यपरक महत्वपूर्ण संसाधन है।
7. जैविक पारिस्थितिकी अध्ययन से विकासवादी प्रक्रिया को समझने में सहायता मिलती है।
8. जैविक विविधता से परितंत्र में संतुलन स्थापित होता है।
स्पष्टीकरण:
- एक सामान्य उपयोगिता फ़ंक्शन लोगों की प्राथमिकताओं और वरीयता रैंकिंग का सिर्फ एक वास्तविक मूल्य है। आपके पास वस्तुओं और परिणामों पर प्राथमिकताएं हैं, और एक उपयोगिता फ़ंक्शन यह दर्शाने की कोशिश करता है कि एक फ़ंक्शन के रूप में इसलिए हम वास्तविक संख्याओं के उपयोगी गुणों का उपयोग मॉडल की पसंद और समस्याओं से निपटने के लिए कर सकते हैं।
- अप्रत्यक्ष उपयोगिता फ़ंक्शन उपयोगिता की दी गई कीमतें और धन / आय (एजेंट के लिए बहिर्जात पैरामीटर) का अधिकतम मूल्य है। उपयोगिता की अधिकतम समस्या का समाधान करते हुए, आप एजेंट को उसके द्वारा दी गई कीमतों और उसकी संपत्ति के लिए दिए गए सामानों की मांग का पता लगाते हैं, और फिर इनको उपयोगिता फ़ंक्शन में वापस लाते हैं। अब आपके पास केवल बहिर्जात मापदंडों, कीमतों और धन का एक फ़ंक्शन होगा, और माल के संदर्भ में नहीं। इसलिए यह इस मायने में अप्रत्यक्ष है कि आप उपयोगिता हासिल करते हैं / वस्तुओं पर प्राथमिकताएं हैं, लेकिन हम कीमतों, आदि के साथ इसका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।