Hindi, asked by anuragdwivedi6, 6 months ago

जीवन का मूलमंत्र क्या है?​

Answers

Answered by dinkarpriyanka850
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Answer:

हर मनुष्य सुख और आनन्द का जीवन जीना चाहता है । ... मेरे जीवन का मूल मंत्र है : वर्तमान में जीना ।

Explanation:

आपके जीवन का मूल मन्त्र क्या है?

मुंह बंद करते वक्त अपनी जीभ कि आराम की स्थान बहुत महत्वपूर्ण है ।जीभ अपनी मुंह की छत पर अकेले चूषण की मदद से रहता है। इस तरह मुंह के अंदर बनाए गए चूषण ज्यादा सांस लेने में मदद करता है और चेहरे में पानी की सूजन को कम करता है।

ज्ञान वैराग्य सिद्धिअर्थम (अन्नपूर्णा स्तोत्र), मेरे भीतर जागृत सभी लालची इच्छाओं से मुक्ति और ज्ञान प्राप्ति। हर चाहत को पीछा नहीं करना चाहिए सिर्फ जीवन आधारित जरूरतें पूरा करके जीना चाहिए।

सीखना और कुशलता प्राप्त करने का मंत्र: अभ्यास हर दिन एक इंसान को सही बनाता है। नींद यादों को मजबूत करने में मदद करता है।

ज्ञान अथवा मानव इच्छा (Human will)= सीखना और हमारे जीवन और गैर जीव

आपके जीवन का क्या उद्देश्य है?

जीवन का उच्चतम लक्ष्य क्या है; हमें मनुष्य जन्म क्यों मिला; कोई है जो इसे जानता है?

आपके जीवन का अच्छा सच क्या है?

जीवन का मूल्य क्या है?

जीवन का सार क्या है? इसका पता कैसे लगाएं?

बिना रुके, बिना थके निरंतर चलते रहना हीं मेरे जीवन का मूल मंत्र है ।

बहता पानी जिस तरह से निर्मल होता है और उसमें किसी भी प्रकार का गंदलापन दिखायी नहीं देता है, ठीक उसी तरह से जब तक हम अपने आप को किसी क्रीएटिव काम में व्यस्त रखते है, तो हमारे जीवन में ऊर्जा का संचार सतत बना रहता है । लेकिन जैसे ही हम अपने जीवन में नए फ़ैसले लेने बंद कर देते है या कम कर देते है, वैसे ही हम अपने आप को थका हुवाँ सा महसूस करने लग जाते है ।

कभी भी कोई फ़ैसला तब तक अपने आप में ग़लत या सही नहीं होता है, जब तक कि हम अपने क़दम आगे की और नहीं बढ़ाते है। लिए गए हर फ़ैसले में सदैव सुधार की गुंजाइश बनी रहती है, लेकिन यदि हम

मेरे जीवन का मूल मन्त्र है हर परिस्थिति में संयम बनाये रखना एवम् भावनात्मक रूप से अपने आप को सुदृढ़ रखना।

जीवन अनेक रंगों से अपनी इंद्रधनुष सी आभा से प्रत्येक व्यक्ति के हिस्से में कुछ बहुत ही खूबसूरत पल और कुछ बहुत ही कठिन पल लेकर आता है।

दोनों ही दशाओं में आत्म संयम बनाये रखना किसी चुनौती से कम नहीं होता और ऐसे पलों में आत्म नियंत्रण भविष्य में आ सकने वाली अनेक कठिनाइयों को दूर करने में सहायक होता है ।

इसे हम निम्न रूप से आत्मसात कर सकते हैं -

बहस में जीतना ही ध्येय नहीं होना चाहिए।

यदि विवाद की परिस्थिति उत्पन्न हो जाये तो एक पक्ष को मौन धारण कर लेना चाहिये।

बच्चों के समक्ष कभी यह नहीं जताना चाहिय

हर मनुष्य सुख और आनन्द का जीवन जीना चाहता है । बहुत से लोग अपने सत आचरण एवं कर्मठता से सांसारिक आवश्यकताओं की प्राप्ति कर सुखमय जीवन जीते हैं तो बहुत से लोग भाग्य के सहारे सब कुछ पाने का आसरा लगाए रहते हैं । ऐसे लोग भाग्य में लिखा होगा तो सब कुछ मिलेगा, सोच कर बैठे रहते हैं तो कुछ लोग भगवान ही उनकी इच्छा पूरी करेगा, ऐसा मानकर पूजा पाठ के सहारे सुखद जीवन की कल्पना करते रहते हैं ।

मेरे जीवन का मूल मंत्र है : वर्तमान में जीना ।

वर्तमान में जीने के कुछ तरीके हैं। एक तो यह है कि बहुत तीव्रता के साथ क्रियाशील रहें और बिना सोचे बस अपने काम को करते जाएं। कोई इच्छा नहीं, कोई खास लक्ष्य नहीं, कोई महत्वाका

जीवन को सुखद और सफल बनाने का मूल मन्त्र क्या है?

आपका जीवन कैसा है?

जीवन में सबसे उपयुक्त क्या है?

आपके जीवन का मूल मंत्र क्या है?

सुखी रहने का मूल मंत्र क्या है?

जीवन का मूल मंत्र मेरे हिसाब से जो है जिस पर अभी तक मैं निरंतर चलता आया हूं ,

और वो है “कार्य - कारणता” का सिद्धांत ( कर्मा ) अर्थात् प्रत्येक कार्य के पीछे कुछ न कुछ कारण अवश्य होता है । इसको हम पुरुषार्थ ( कर्म ) और प्रारब्ध ( भाग्य / फल ) के माध्यम से भी समझ सकते है । अर्थात् हम वर्तमान में जो भी कार्य कर रहे है , जो भी हमारे भाग्य में लिखा हुआ है उसके पीछे कुछ न कुछ कारण अवश्य है और वो है भूतपूर्व में हमारे द्वारा किए गए पुरूषार्थ/कार्य/कर्म है।

और इसी प्रकार हमारे भाग्य का निर्माण होता है। और इसके द्वारा हम सरलता से जीवन में सुख दुख की व्याख्या कर सकते है और इन्हे नियंत्रित भी कर सकते है।

मैने इस सिद्धांत को अपने जीवन और विचारों में पूर्णतः आत्मसात कर लिया है और इसे ही अपने जीवन का मूल मंत्र मान लिया है ।

धन्यवाद , अच्छा लगे तो सराहना अवश्य कीजिएगा प्रेरणा मिलेगी और लिखने के लिए ।

pllz mark me as brainliest.......

Answered by PAKIZAALI
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Explanation:

जीवन अनेक रंगों से अपनी इंद्रधनुष सी आभा से प्रत्येक व्यक्ति के हिस्से में कुछ बहुत ही खूबसूरत पल और कुछ बहुत ही कठिन पल लेकर आता है। ... मेरे जीवन का मूल मंत्र है : वर्तमान में जीना ।

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