जीवन के सारे विष अमृत बनने से कवि का क्या आशय है?
book name Niharika
Class 8
Chapter name तुम श्रम की पूजा करो
Subject Hindi
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विष से अमृत करे मतलब... ये शरीर विष के समान है, इसमें दुर्गुण ही दुर्गुण भरे हुए हैं, इन दुर्गुणों को अमृतरूपी सद्गुणों में केवल गुरु ही बदल सकता है। इसलिये गुरु ही है जो विष रूपी दुर्गुण युक्त शरीर को अमृत रूपी सद्गुणयुक्त शरीर में बदलता है, अर्थात गुरु ही विष को अमृत करता है। शीश दिए जो गुरु मिले तो भी सस्ता जान।
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