History, asked by viveksinghal80, 6 months ago

जीवन के साधक को प्रेरणा दी गयी है की वह

जो कुछ मिले उसमें संतुष्ट हो जाए
परिश्रम करें।
आसानी से प्राप्ति की धुन छोडकर श्रम और संघर्ष का मार्ग अपनाए
अपने सीमित परिवेश में जीवन यापन करें।​

Answers

Answered by gordhanramchaudhary0
2

Answer:

जी हां आप बिलकुल सही कह रहे हैं

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