जीवन का उद्देश्य अगर मुक्ति है तो लोग प्रेम के बंधन में क्यों पड़ते हैं?
Answers
Answered by
0
प्रेम के बंधन में पड़ने की आवश्यकता नहीं होती। यह स्वभाविक है। ये स्वतः ही अपने बन्धन में लोगों को बाँध लेता है। जैसे छोटा बच्चा बिना जाने अपनी माँ और पिता अदि से प्रेम करने लगता है। इससे उसमें मोह उत्पन्न हो जाता है। और इस मोह से मुक्ति ही जीवन का कथित उद्देश्य है। जिसमें कोई रस नहीं।
Similar questions
English,
7 months ago
Math,
7 months ago
Social Sciences,
1 year ago
Social Sciences,
1 year ago
Hindi,
1 year ago