'जीवन में हास्य का महत्त्व'
पक्ष-विपक्ष में चर्चा कीजिए।
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duragpalsingh
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हिंदी साहित्य में नव रस माने गये हैं| हास्य रस उनमें से एक है| हास्य एक ऐसी पूँजी है जो हंसने वाले को तो स्वस्थ बनाती ही है, आस-पास वालों को भी मालामाल कर देती है| हास्य रस का आनंद लेने के लिए आवश्यक है कि आपके आस-पास सकारात्मक उर्जा वाले लोग हो जो सर्वदा माहौल को खुशनुमा बनाये रखे| आज के आपाधापी के युग में इतना समय किसी के पास नहीं कि वो ऐसे मित्र खोजने जाये| तो हमारे पास हास्य रस के कवि, चार्ली चैपलिन, मिस्टर बीन सरीखे किरदार , पुस्तकें और इंटरनेट पर मनोरंजक सामग्री सुलभ है| वर्तमान में अधिकांश लोग तनाव व अनिद्रा से पीड़ित है | ये लक्षण आगे चलकर रक्तचाप, मधुमेह, एसिडिटी जैसी बीमारियों में बदल जाते है| अत: अगर किसी को स्वस्थ रहना है तो मुफ्त का इलाज है हँसते रहिये| परिस्थितियाँ तो अस्थायी है पर हमें अपनी हंसी स्थाई रखनी चाहिए| ये रामबाण और अचूक उपचार है| आजकल ऐसे क्लब भी प्रचलन में हैं जहा हंसी को थेरेपी के रूप में इस्तेमाल करके लोगों को सकारात्मक जीवन जीने का संदेश दिया जाता है| हंसने से मुख की मांसपेशियों का व्यायाम होता है| रक्त संचरण सामान्य रहता है| पशु- पक्षी तक भी अपने हाव-भाव से अपनी ख़ुशी प्रकट कर देते है| मोर का नृत्य तो प्रसिद्ध है| चौपाये मालिक को चाटकर, कुत्ते पावों में लोटकर अपनी हंसी अभिव्यक्त करते है| हम इंसानों की एक मुसकराहट सामने वाले को बता देती है कि हम घर पर है अर्थात हम आत्मनियंत्रित है| ज्यादातर फ़िल्में हास्य कलाकारों के बिना अपूर्ण सी लगती है| पूर्व में संस्कृत और हिंदी के नाटकों में विदूषक की उपस्थिति अनिवार्य होती थी| चाचा चौधरी, तेनाली रामा, बिल्लू, पिंकी जैसे हास्य चरित्र किसी समय में किशोरों की पहली पसंद थे| अत: सार रूप में कह सकते है कि हंसने का माध्यम कोई भी क्यों न हो हमें हर स्थिति में हँसने को प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि हम तनाव भगाकर सर्वप्रिय बन सके| जीवन में हास्य का वही महत्व है जो भोजन में नमक का है|
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lहास्य जीवन है
कहते हैं जल ही जीवन है, लेकिन जीवन में हास्य का अलग ही महत्व है। हर प्राणी का जीवन जीने का तरीका अलग होता है, हर इंसान एक दूसरे से जुड़ा होता है
Explanation:
हास्य जीवन है
कहते हैं जल ही जीवन है, लेकिन जीवन में हास्य का अलग ही महत्व है। हर प्राणी का जीवन जीने का तरीका अलग होता है, हर इंसान एक दूसरे से जुड़ा होता है यह मुस्कान मनुष्य की एक स्वाभाविक प्रवृत्ति है, जिसके द्वारा दो अज्ञात और अपरिचित एक दूसरे के निकट की दूरियों को मिटा देते हैं। हर कोई अपनी भाषा समझता हो या नहीं, लेकिन हंसी और मुस्कान की भाषा सबके लिए एक जैसी होती है। तनावपूर्ण जीवन में हास्य का जीवन में विशेष महत्व है। जो विपरीत परिस्थितियों को नजरअंदाज कर खुश रहने और जीने की प्रेरणा देता है। मुसीबतों को कम आंकना और जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को पूरी तरह से जीना अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है। .
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