Hindi, asked by kiratkaurcoco, 4 months ago

जीवन में हर पल सहयोग देने के लिए कृतज्ञ प्रकृत करते हुए अपनी मां पर 100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए | ​

Answers

Answered by ak3226685
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Explanation:

जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ।’ यह ‘गहरे पानी’ पैठकर खोजना क्या है? यही संघर्ष अथवा चुनौती को स्वीकारना है, कर्म की आँच में तपना है। यही ‘गीता’ का भी अमर संदेश है कि ‘कर्म करना ही मनष्य का अधिकार है और धर्म भी’। जीवन-पथ सफलता मिले या विफलता, संघर्ष करने का संकल्प शिथिल नहीं पड़ना चाहिए। एक कवि के शब्दों में :

जब नाव जल में छोड़ दी, तूफ़ान में ही मोड़ दी,

दे दी चुनौती सिंधु को, तो पार क्या, मझधार क्या।

जिसमें अपने उसूलों पर अटल रहने की दृढ़ता है, जिसका संकल्प सच्चा है, वही जीवन के संघर्ष में विजयी होता है। जीवन में विपत्तियाँ सभी को सहनी पड़ती हैं। जीवन में भले ही कितने संकट आए, परंतु जो व्यक्ति अपने मार्ग से विचलित नहीं होता, जो कष्टों का साहस से सामना करता है, जो यह मानता है कि कर्म ही जीवन है और यह मानकर सदा कर्म, प्रयत्न, परिश्रम, साहस और उद्योग में लगा रहता है, वस्तुतः उसी मनुष्य का जीवन सफल होता है।

जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ।’ यह ‘गहरे पानी’ पैठकर खोजना क्या है? यही संघर्ष अथवा चुनौती को स्वीकारना है, कर्म की आँच में तपना है। यही ‘गीता’ का भी अमर संदेश है कि ‘कर्म करना ही मनष्य का अधिकार है और धर्म भी’। जीवन-पथ सफलता मिले या विफलता, संघर्ष करने का संकल्प शिथिल नहीं पड़ना चाहिए। एक कवि के शब्दों में :

जब नाव जल में छोड़ दी, तूफ़ान में ही मोड़ दी,

दे दी चुनौती सिंधु को, तो पार क्या, मझधार क्या।

जिसमें अपने उसूलों पर अटल रहने की दृढ़ता है, जिसका संकल्प सच्चा है, वही जीवन के संघर्ष में विजयी होता है। जीवन में विपत्तियाँ सभी को सहनी पड़ती हैं। जीवन में भले ही कितने संकट आए, परंतु जो व्यक्ति अपने मार्ग से विचलित नहीं होता, जो कष्टों का साहस से सामना करता है, जो यह मानता है कि कर्म ही जीवन है और यह मानकर सदा कर्म, प्रयत्न, परिश्रम, साहस और उद्योग में लगा रहता है, वस्तुतः उसी मनुष्य का जीवन सफल होता है।

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