Hindi, asked by shivammmm262, 9 months ago

* जीवन में श्रम के महत्व' पर लगभग 100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए। (संकेत बिंदु- जीवन में श्रम की महत्ता, श्रम के विभिन्न रूप ,प्रगति का मूल मंत्र श्रम ।) *

Answers

Answered by adwaithsajeev08
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Answer:

प्रस्तावना:

जीवन में श्रम का महत्व सबसे ज्यादा होता हैं | मनुष्य को अपने जीवन में सफलता पाने के लिए श्रम करना अत्यंत जरुरी हैं | हम सभी लोग श्रम के बिना जीवन में सफल और सफलता की कल्पना नहीं कर सकते हैं |

मनुष्य के श्रम के बिना दूसरा कोई संपत्ति ही नहीं हैं | इस धरती पर रहने वाला हर एक प्राणी अपने जीवन में सुख चाहता हैं | संसार चक्र सुख प्राप्ति से चलता हैं | अगर यह चक्र एक दिन भी रुक जायेगा तो बहुत बड़ा विनाश हो सकता हैं |

श्रम का अर्थ –

श्रम का अर्थ होता हैं, किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए तन, मन और धन से प्रयत्नशील रहना उसे श्रम कहा जाता हैं |

श्रम ही जीवन

ऐसा कहा जाता हैं की, श्रम ही जीवन होता हैं | श्रम के बल पर मनुष्य अपने जीवन में परिवर्तन कर सकता हैं | अगर वो श्रम करेगा तो गरीब से धनवान बन जायेगा |

इस दुनिया में निर्गुणी मनुष्य गुणवान हो जाते हैं, कभी – कभी गरीब मनुष्य श्रम करके धनवान बनकर सुख और अच्छी जिंदगी जी सकता हैं | यह सब श्रम के बल पर होता हैं | अगर मनुष्य श्रम नहीं करेगा तो आलसी बन जायेगा |

जीवन में सातत्यता

जो मनुष्य अपने जीवन में परिश्रम करता है, वही मनुष्य अपने जीवन में आगे बढ़ सकता हैं और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता हैं |

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मनुष्य जीवन के विकास का मुख्य साधन श्रम ही होता हैं | जो मनुष्य अपने जीवन में ज्यादा से ज्यादा श्रम करता हैं, वो उन्नति के मार्ग पर जाता हैं |

श्रम का महत्व

जीवन में श्रम का बहुत महत्व होता हैं | जो मनुष्य कार्य करने के लिए तत्पर होता हैं उसे कोई भी कार्य कठिन नहीं होता हैं | मेहनत करने वाले मनुष्य को कोई कार्य कठिन नहीं होता हैं | वो मनुष्य हर एक कार्य बहुत मेहनत से करता हैं |

आज के दुनिया में मनुष्य इस श्रम के ताकद पर प्रकृति को बढ़ावा दे रहा हैं | जैसे की समुन्दर लाँघ लिया हैं और पहाड़ की दुर्गम चोटियां पर चढ़ रहा हैं |

उन्नति का मार्ग

श्रम करने से मनुष्य का मन प्रसन्न हो जाता हैं | श्रम करने से हर एक मनुष्य का शरीर स्वस्थ रहता हैं | मनुष्य श्रम करे या ना करे लेकिन श्रम करने वाला व्यक्ति हमेशा उन्नति के राह पर चलता हैं |

श्रम करने वाला मनुष्य अपने जीवन में आगे बढ़ता हैं | श्रम यह मनुष्य और देश के विकास के लिए बहुत जरुरी हैं | श्रम यह मानसिक हो या शारीरिक, लेकिन वहीँ श्रम हैं |

आज बहुत सारे महान नेताओं, समाज सुधारक, कवी, संत, वीर पुरुष, क्रिकेट खिलाडी इन सभी महान लोगों ने अपने श्रम के बल पर अपना नाम रौशन किया हैं |

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