जीवविज्ञान (लघु उत्तरीय
निर्देश- प्रश्न-संख्या 20 से 26 लघु उत्तरीय प्रश्न हैं। इनमें कि
के मान समान हैं।
20. मृतजीवी पोषण क्या है? उदाहरणसहित उत्तर दें।
21. भोजन के पाचन में लार की क्या भूमिका है?
22. श्वसन और प्रकाश-संश्लेषण में अंतर स्पष्ट करें।
23. रसारोहण से आप क्या समझते हैं?
24. मनुष्य में पायी जानेवाली अंतःस्रावी ग्रंथियों के नाम लिखें
25. प्रकाशानुवर्तन क्या है?
26. परितंत्र किसे कहते हैं?
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Answers
Explanation:
20.चूँकि वर्षा ऋतु में नमी तथा उष्णता दोनों रहती है अत: ये मृतजीवी प्राय: वर्षा ऋतु में अधिक उगते तथा बढ़ते हैं। कवक तथा फंजाई अचार, पुराने ब्रेड, चमड़े के वस्तु आदि पर उगते हैं। ये उजले, भूरे तथा अन्य कई रंगों के होते हैं। मशरूम, जिनका उपयोग सब्जी के रूप में भी किया जाता है मृतजीवी का एक उदाहरण है।
21.लार के पाचन कार्यों में शामिल हैं भोजन को गीला करना और भोजन की लुग्दी बनाना, ताकि यह आसानी से निगला जा सके। लार में एंजाइम ऐमीलेस होता है (जिसे प्त्यालिन भी कहा जाता है) जो स्टार्च को शर्करा में तोड़ता
22.श्वास एक कैटाबोलिक प्रक्रिया है जिसमें भोजन या संग्रहीत ऊर्जा का विनाश और ऑक्सीजन का अवशोषण शामिल है। इसके विपरीत, प्रकाश संश्लेषण एक एनाबॉलिक प्रक्रिया है जिसमें भोजन या ऊर्जा का निर्माण शामिल है जहां ऑक्सीजन जारी होता है.
23.पौधों के जड़ों द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज लवण को पत्तियों तक पहुंचाने की क्रिया को रसारोहण कहते हैं। यह क्रिया पौधों में जाइलम वाहिनियों के द्वारा होती है। विशाल वृक्षों के ऊपरी सिरे तक जल के उठने की क्रिया को व्यक्त करने के लिए विभिन्न सिद्धान्तों का वर्णन किया गया है।
24.हमारे शरीर में उपस्थित अंतःस्रावी ग्रंथियां हैं– पीनियल ग्रंथी, हाइपोथैलमस ग्रंथी, पिट्यूटरी ग्रंथी, थायराइड ग्रंथी, पाराथायराइड ग्रंथी, थाइमस, अग्न्याशय, अधिवृक्क ग्रंथी, वृषण और अंडाशय। अंतःस्रावी ग्रंथियों की कार्यप्रणाली को तंत्रिका तंत्र नियंत्रित करता है।
25.प्रकाशानुवर्तन किसी जीव की ऐसी वृद्धि होती है जो प्रकाश उद्दीपन से प्रभावित हो। ... पौधों के ऊपरी तनों में धन-प्रकाशानुवर्तन पाया जाता है - उनमें ऑक्सिन (auxin) नामक एक रसायन होता है जो प्रकाश की उपस्थिति में अभिक्रिया करता है और कोशिकाओं को लम्बा कर देता है, जिसे से पौधा प्रकाश की ओर बढ़ने लगता है।
26.पारितंत्र या पारिस्थितिक तंत्र एक प्राकृतिक इकाई है जिसमें एक क्षेत्र विशेष के सभी जीवधारी, अर्थात् पौधे, जानवर और अणुजीव शामिल हैं जो कि अपने अजैव पर्यावरण के साथ अंतर्क्रिया करके एक सम्पूर्ण जैविक इकाई बनाते हैं।