Jab Ishwar Dinon ke yahan Nivas Karte Hain To fir Mandir Mein Puja karne ka abhipray spasht kijiye in hindi
Answers
जब ईश्वर दीनों के यहां निवास करते हैं तो फिर मंदिर में पूजा करने का अभिप्राय स्पष्ट कीजिए..
उत्तर —
जब इस ईश्वर सभी जगह विद्यमान है, सभी जीवो में विद्यमान है, दीन, दुखियों, गरीबों, असहायों के यहां निवास करते हैं तो फिर मंदिर में पूजा करने के लिए जाने का अभिप्राय यह है कि मंदिर में ईश्वर की आराधना कर हम अपने अंदर एक सामर्थ्य भरने की कोशिश करते हैं। जिससे ईश्वर हमें दीन, दुखियों, असहायों और पीड़ितों की सेवा करने की सामर्थ्य प्रदान करें।
मंदिर का पवित्र वातावरण हमारे अंदर एक पवित्रता पर देता है।वहाँ हमें ईश्वर की सकारात्मक मिलती है, ये सकारात्मक ऊर्जा ही हमें दीन, दुखियों, असहायों, पीड़ितों की सेवा और सहायता करने के लिए प्रेरित करती है। मंदिर हम इसलिए जाते हैं ताकि ईश्वर से सच्ची पूजा करने के लिए आशीर्वाद ले सके और वह सच्ची पूजा है दीन, दुखियों, असहायों, जरूरतमंदों और पीड़ितों की सेवा और सहायता करना।