Chemistry, asked by 122adityakashyap00, 10 months ago

जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डूबा जाता है तो वह भूरे रंग का हो जाता है| लोहा कॉपर सल्फेट के घोल में से कॉपर को विस्थापित कर देता हैं|
Fe+CuSO4 -------- FeSO4+Cu

Answers

Answered by ihrishi
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Explanation:

हमें पता है कि, अधिक क्रियाशील धातु कम क्रियाशील धातु के विलयन से उस धातु को विस्थापित कर देता है.

लोहा, तांबे से अधिक क्रियाशील होता है, इसलिये लोहा  CuSO_4 के विलयन से तांबे को विस्थापित कर देता है. विस्थापित तांबा लोहे की कील के ऊपर चिपक जाता है जिससे लोहे की कील का रंग भूरा हो जाता है.

रासायनिक अभिक्रिया:

 Fe + CuSO_4\to  FeSO_4 + Cu

Answered by confusedgenius1000
4

Answer:

जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोया जाता है तो विलयन का रंग नीले (CuSO4)से बदलकर हरा (FeSO4) हो जाता है क्योंकि लोहा कॉपर की अपेक्षा अधिक सक्रिय धातु है। यह कॉपर सल्फेट के गोल में से कॉपर को विस्थापित करने की क्षमता रखता है तथा आयरन सल्फेट विलयन बनता है।

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