Math, asked by av454144, 6 months ago

जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं हैं नाहि
सब अँधियारा मिटि गया, जब दीपक देख्या माहि।। Isme maanhi ka kya arth hai​

Answers

Answered by himanshujol2677
1

Answer:

isme mahi ka arth hain main matlab rahim ji jinka yee doha hai

Answered by amitpandey3074542
3

Answer: {HOPE IT HELPS YOU}

Step-by-step explanation:भावार्थ: कबीर दास जी कहते हैं कि जब मेरे अंदर अहंकारमैं था, तब मेरे ह्रदय में हरीईश्वर का वास नहीं था। और अब मेरे ह्रदय में हरीईश्वर का वास है तो मैंअहंकार नहीं है। जब से मैंने गुरु रूपी दीपक को पाया है तब से मेरे अंदर का अंधकार खत्म हो गया है।

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