Hindi, asked by alakhanpal609, 2 months ago

जब मैं था तब हरि नहीं इस पंक्तियों में मैं क्या अर्थ है​

Answers

Answered by rimjhim123456bgp
1

Answer:

Jab main tha

Explanation:

Thank you so

Answered by shaivisharma46
1

Answer:

इस पंक्ति द्वारा कबीर का कहते है कि जब तक यह मानता था कि ‘मैं हूँ’, तब तक मेरे सामने हरि नहीं थे। और अब हरि आ प्रगटे, तो मैं नहीं रहा। अँधेरा और उजाला एक साथ, एक ही समय, कैसे रह सकते हैं? जब तक मनुष्य में अज्ञान रुपी अंधकार छाया है वह ईश्वर को नहीं पा सकता अर्थात् अहंकार और ईश्वर का साथ-साथ रहना नामुमकिन है। यह भावना दूर होते ही वह ईश्वर को पा लेता है

Explanation:

plz mark my answer brainliest

Similar questions