जब प्रेषक एवं प्रेषिति सन्देश को अलग – अलग अर्थों में समझते हैं तो यह बाधा कहलाती है –
(अ) पद की बाधा
(ब) संगठन संरचना की बाधा
(स) भाषा की बाधा
(द) भावनात्मक बाधा
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hey mate right answer is here option C
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सही जवाब है..
(स) भाषा की बाधा
Explanation:
जब प्रेषक एवं प्रेषिति संदेश को अलग-अलग अर्थों में समझते हैं, तो यह बाधा भाषा की बाधा कहलाती है।
भाषा की बाधा उत्पन्न होने का कारण अस्पष्ट भाषा और संदेश में कठिन शब्दों का प्रयोग करना हो सकता है, अथवा प्रेषक एवं प्रेषित द्वारा समझी जाने वाली भाषा संप्रेषण की भाषा से अलग भाषा भी इसका कारण हो सकता है। उदाहरण के लिए संप्रेषित संदेश अंग्रेजी में दिया गया है और प्रेषिति अंग्रेजी भाषा को नहीं समझता हो तो संदेश को समझने में उसे कठिनाई हो सकती हो है।
संप्रेषण एक मानव द्वि-मार्गीय प्रक्रिया है, जिसमें दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच विचारों, भावनाओं और आपसी समझ-बूझ का आदान-प्रदान होता है।
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