Hindi, asked by thakurajayzb1318, 1 year ago

जए किस प्रकार मदद करAnswer any one out of the following question(a) गृह विज्ञान आपको अपना पौष्टिक खाद्य पदार्थों का व्यापार शुरू करने के लिए किस प्रकारसकता है, कोई एक पदार्थ का नाम और बनाने का तरीका लिखे व उसकी पौष्टिकता बताए।(पाठ-4, 9 देखे​

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Answered by negiji80061
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की तरफ उन्मुख हुए हैं।

Answer;

गृह विज्ञान का अर्थ

गृह विज्ञान अथवा घर के विज्ञान का संबंध आप से, आपके घर से, आपके परिवार के सदस्यों से तथा आपके संसाधनों से जुड़ी सभी चीजों से है। इसका उद्देश्य है - आपके संसाधनों के प्रभावशाली तथा वैज्ञानिक उपयोग द्वारा आपको तथा आपके परिवार के सदस्यों को भरपूर संतुष्टि प्रदान करना।

गृह विज्ञान का अर्थ है, आपके संसाधनों के प्रभावशाली प्रबंधन की कला तथा एक ऐसा विज्ञान, जो एक घर को स्वस्थ तथा सानंद बनाए रखने और आवश्यकता पड़ने पर एक सफल पेशे के चुनाव में आपकी मदद करे।

गृह विज्ञान आपको चीजों को उपयोग करने की कला सिखाता है, जिससे कि चारों और एक संपूर्ण सुव्यवस्था, सुंदरता और आंदमयी वातावरण के निर्माण में सहायता मिलती है। इसके साथ ही यह घर की देखभाल से संबंधित वैज्ञानिक जानकारियां भी प्रदान करता है। इसे हम एक उदाहरण के द्वारा आसानी से समझ सकते हैं- गृह विज्ञान शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्त्वों के बारे में जानकारी प्रदान करता है तथा साथ ही उनके कार्यों के बारे में भी बताता है। यह एक ’विज्ञान’ है। और जब आप इन्हीं आवश्यक पोषक तत्त्वों से भरपूर भोजन को अपने परिवार को आकर्षक ढंग से परोसते हैं तो यह एक ’कला’ है।

विज्ञान और कला का यह समन्वय आपके जीवन के हर क्षेत्र में काम आता है। उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं -

घर, जिसमें आप रहते हैं,

भोजन, जो आप खाते हैं,

वस्त्र, जो आप पहनते हैं,

परिवार, जिसकी आप देखभाल करते हैं,

संसाधन, जिनका आप इस्तेमाल करते हैं,

वातावरण, जो आपके आस-पास है,

दक्षता, जो एक सफल कैरिअर के लिए आवश्यक है।

= गृह विज्ञान का महत्व

गृह विज्ञान के विविध क्षेत्रों की पढ़ाई करने के बाद आप अपने संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं। यदि ऐसा करते हुए आपको किसी प्रकार की समस्या पेश आती है, तो गृह विज्ञान उसे हल करने के लिए आपको सही दिशा निर्देश देगा। ऐसा करके आप एक प्रभावशाली व्यक्ति बनते हैं। इस ज्ञान का उपयोग आप अपने घर और जीवन के विकास में कर सकते हैं। आप और आपके परिवार के सदस्य अपनी दक्षताओं के उपयोग से अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाकर ज्यादा संतुष्टि का अनुभव कर सकते हैं। जब आप अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे तभी वे भी घर और बाहर दोनों तरफ की जिम्मेदारियों का निर्वाह कर पाने में सक्षम होंगे।

समय, ऊर्जा, दक्षता आदि कुछ अन्य संसाधन हैं, जो प्रबंधन में सहायक होते हैं और इसमें गृह विज्ञान आपकी बहुत मदद करता है।

आजकल ज्यादातर महिलाएं कामकाजी हैं, जो या तो काम करने के लिए घर से बाहर जाती हैं, या वे घर पर ही रह कर अपना स्वयं का कोई रोजगार चलाती हैं। इसके फलस्वरूप घर की जिम्मेदारियों में पुरूषों की सहभागिता भी बढ़ी है। चूंकि हमारे समाज में परंपरागत रूप से पुरूष धर के कार्यों में बहुत क्रियाशील नहीं होते, इसलिए उन्हें इस व्यवस्था में ढलने में काफी परेशानी का अनुभव होता है। ऐसे में उन्हें घर की विभिन्न पक्षों के बारे में जानने तथा घर को सुंदर बनाने तथा सही तरीके से चलाने का हुनर सीखने की आवश्यकता होती है। गृह विज्ञान ही एक मात्र ऐसा विषय है, जो युवाओं को एक सफल गृहस्थ बनने, एक जिम्मेदार नागरिक और एक अच्छे माता-पिता बनने में सहायक पूर्वाभ्यास और आवश्यक सूचनांए उपलब्ध कराता है।

गृह विज्ञान को लेकर लोगों के भ्रम की स्थिति

हालांकि गृह विज्ञान शिक्षा के काफी विस्त त क्षेत्र में कार्य कर रहा है, किंतु आज भी इस विषय को लेकर आम आदमी के मन में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। और यह भ्रम की स्थिति केवल इसलिए बनी हुई है कि लोग सोचते हैं कि वे जो सम्मान और दर्जा प्राप्त करना चाहते हैं वह सब दे पाने में गृह विज्ञान सक्षम नहीं है।

भ्रान्ति - गृह विज्ञान केवल खाना पकाने, कपड़े धोने और सिलाई-कढ़ाई के कामों तक सीमित है- आम लोगों की धारणा है कि इसमें सिर्फ यही सब बातें पढ़ाई-सिखाई जाती है। इसलिए युवा लड़कियों के माता-पिता बड़ी आसानी से उन्हें यह विषय पढ़ाने के लिए तैयार हो जाते हैं। वे सोचते हैं कि यह उन्हें बाद के जीवन में जिम्मेदारियों का निर्वाह करने में सहायक सिद्ध होगा।

सच्चाई - खाना पकाना, कपड़े धोना और रखना तथा कढ़ाई-बुनाई तो गृह विज्ञान के अंतर्गत पढ़ाया जाने वाला एक बहुत ही छोटा सा हिस्सा है। दरअसल इसके द्वारा हम अपने जीवन से जुड़ी सभी आधारभूत बातें सीखते हैं- कि हमारा शरीर कैसे कार्य करता है, कि हमें स्वस्थ रहने के लिए किस प्रकार के आहार की आवश्यकता होती है, कि अपनी तथा वातावरण की स्वच्छता के लिए किन नियमों का पालन करना आवश्यक होता है, कि हमें बीमारियों से बचने के लिए क्या करना चाहिए तथा जब हम तथा हमारे आत्मीय जन बीमार हों, तो किस प्रकार का प्रबंधन करना चाहिए आदि। इसमें हम घर के विविध कार्यों में उपयोग होने वाले कपड़ों के चुनाव के बारे में सीखते हैं। बच्चे हमारे जीवन का एक अभिन्न अंगृहैं। हम सभी चाहते हैं कि उनका सुरक्षित और समुचित विकास हो। इस पाठ्यक्रम में हम सीखते हैं कि जन्म के पूर्व और बाद बच्चों का विकास किस प्रकार होता है और एक अच्छे तथा जिम्मेदार नागरिक के रूप में उनके विकास में हम क्या भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा हम समय, ऊर्जा तथा पैसे जैसे अपने संसाधनों का प्रबंधन भी सीखते हैं, जिससे कि उनके अधिकाधिक उपयोग से अधिक संतुष्टि का अनुभव करते हैं।

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