Hindi, asked by jintibordoloi234, 8 hours ago

जग में बैरी कोई नहीं, जो मन सीतल होय।
या आपा को डारि दे, दया करै सब कोय।

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Answered by merae
11

Answer:

जग में बैरी कोई नहीं, जो मन शीतल होय। यह आपा तो डाल दे, दया करे सब कोय।। संत शिरोमणि कबीरदास जी कहते हैं कि अगर अपने मन में शीतलता हो तो इस संसार में कोई बैरी नहीं प्रतीत होता। अगर आदमी अपना अहंकार छोड़ दे तो उस पर हर कोई दया करने को तैयार हो जाता है।

Answered by gyaneshpathak036
3

Explanation:

जग में बैरी कोई नहीं, जो मन सीतल होय।

या आपा को डारि दे, दया करै सब कोय।

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