Hindi, asked by apawan675, 1 year ago

Jai jai Bharat maths in Hindi ,9th standardJai Jai Bharat Mata Saransh ​

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Answered by shailajavyas
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Answer:                       राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त ने इस कविता के माध्यम से भारत माता की आरती उतारी हैं | कवि ने भारत माता का सुंदर वर्णन प्रस्तुत किया है जो इस प्रकार है । कवि कहते हैं कि भारत माता तुम्हारा प्यार सबको समानरूप से प्राप्त होता है  

           हिमालय रुपी तेरा विशाल ह्रदय जिसमें कितनी पीड़ारूपी गाथाएं समाई हुई है | उसे  भीतर समाकर तू हमें हरा भरा रखती हैं । तेरे नाना स्त्रोतों से हमें जल की प्राप्ति होती है | तुमने देशी विदेशी सबका निष्पक्ष पोषण किया है | यद्यपि यहाँ भाई -भाई की लड़ाई हुई है परंतु उनका नाता कभी टूट नहीं पाया |

                          तेरी धरा पर प्राची में सूर्य - चन्द्र युगों से अपना प्रकाश देते हैं | तेरे आंगन में हंसरुपी मानस को विविध रत्न प्राप्त हुए |  तेरे हीवरद हस्त की छाया में हमने सुखों और दुखों को बांटना सीखा है | हम सब तेरे बच्चे हैं | हमें अनेको बार परतंत्रता की बेड़ियों में जकड़ा गया किन्तु आजादी के लिए हमने हमेशा लड़ाइयां लड़ी । जहाँ तेरी गोद में मरण शांति का दायक है तो वही जीवन क्रांति का विधान है | ऐसी मेरी भारत माता तुम्हारी सदैव जय जयकार हो ।

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