Hindi, asked by indusfleet, 2 months ago

जल ही जीवन हैं ------इस पर निबंध लिखिए​

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Answered by shashvatmalik3907
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अगर हम कहते हैं कि, जल ही जीवन है (Jal Hi Jeevan Hai) तो इस कथन को कहने में कोई बुराई नहीं है। क्योंकि इसका प्रमाण सदियो से हमारे सामने उपस्थित है। आज तक इस धरती पर कोई ऐसा सजीव पैदा नहीं हुआ है। जो जल के बिना जीवित रह सके। इस बात से हमें अनुमान लग जाती है कि जल हमारे जीवन में कितना महत्व रखती है।

जल न सिर्फ मानव जीवन में बल्कि पृथ्वी पर रहने वाले समस्त सजीव-जगत के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण होती है। जितना हमारे लिए एक तरह से कहे तो हमें जीवन प्रदान करने वाले अन्य तत्वों की तरह ही जल का भी स्थान महत्वपूर्ण है। यहां तक कि खासकर मानव शरीर के समस्त भाग में करीब 70% से अधिक जल ही होता है।

 

भोजन से कहीं अधिक हमारे लिए जल का महत्व है। क्योंकि भोजन के बिना तो हम कुछ दिनों तक जीवित रह भी सकते हैं। लेकिन जल के बिना जीवित रहना असंभव है। आज जो यह धरती चारों तरफ हरियाली और खुशहाली से भरी दिखती है। इसमें भी जल महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। क्योंकि ये नदी, तालाब, पोखर, झील, सरोवर, पेड़-पौधे, जीव-जंतु, पशु- पक्षियों के कारण ही तो पृथ्वी स्वर्ग जैसी दिखती है।

और इन सभी का अस्तित्व पानी पर ही तो है। पानी की महत्ता का अनुमान आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि, अगर किसी ग्रह पर अन्य सभी चीजे मौजूद हो परंतु पानी नहीं हो तो उस ग्रह पर जीवन की कल्पना करना असंभव हो जाता है। हमारी पृथ्वी पर कुल मिलाकर 70% जल का ही अनुमान लगाया गया है। जिसमें 2% जल ही पीने योग्य है।

इसकी उपलब्धता हमे नदियां, तालाब, झील, सरोवर, भूमिगत और वर्षा के पानी से होती है। जिस क्षेत्र में जल की मात्रा बहुत ही कम हो जाती है। वहां सुखार की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इतना ही नहीं जल अभाव के कारण कई क्षेत्र बड़े-बड़े रेगिस्तान में तब्दील हो जाते हैं, तो कहीं-कहीं भूमि पूर्णरूप से बंजर हो जाती है। जिस कारण वहा अनाज की उपज नहीं हो पाती है। जिसका परिणाम लोगों के सामने भुखमरी आदि समस्याओं के रूप में आती है।

जलाशयो, नदियां, भूमिगत आदि रूपो में हमारी पृथ्वी पर जल विद्यमान है। परंतु आज हम मानव जैसे-जैसे आधुनिकता की इस दौड़ में अपना कदम बढ़ा रहे हैं वैसे-वैसे ही इस अमृत सामान जल को भी प्रदूषित करते जा रहे हैं। जिसका परिणाम न सिर्फ हम मानव को बल्कि धरती के सभी सजीव जगत को झेलना पड़ रहा है।

इस तरह से हम कहे तो आज मानव जाति अपने ही हाथो अपनी अस्तित्व को मिटाने में लग गई है। आज अधिकांश पानी के प्रदूषित हो जाने के कारण लोगों को पानी से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

 

जल को बचाने के कुछ उपाय (Ways to Save the Water in Hindi)

आज जिस तरह से हम मानव जाति के लोग इस अमृत रूपी जल का दुरुपयोग करते जा रहे हैं। अगर जल प्रदूषित करने की यह रफ्तार जारी रही तो एक दिन ऐसा आएगा कि, पृथ्वी पर जल की पूर्णरूपेण अभाव हो जाएगा और समस्त सजीव प्राणी पानी के लिए तरस-तरस कर मर जाएंगे। इसलिए हमें इसे बचानी चाहिए। जल (Essay on Water is Life in Hindi) बचाने के कुछ उपाय इस प्रकार हैं।

हमे वृक्षों की हो रही अंधाधुंध कटाई को रोकने चाहिए और लोगों को अधिक से अधिक मात्रा में वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। क्योंकि पेड़-पौधे वर्षा कराने मे मदद करती है।

लोगो द्वारा कल कारखाने से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को नहर, नदियों में बहाने से रोकना चाहिए।

हमें अपनी जरूरत के हिसाब से ही पानी का उपयोग करना चाहिए और वर्षा जल को संग्रहित करना चाहिए।

उपसंहार (Conclusion)

इन बातों से तो हम सभी पहले ही अवगत हो चुके हैं कि, जल का संपूर्ण सजीव जगत के लिए कितना महत्व है। परंतु आज स्थिति ऐसी आ गई है कि इनकी महत्ता को समझते हुए भी लोग इसे दूषित कर रहे हैं। अतः जरूरत है कि, हमें जल को प्रदूषित होने से बचाने चाहिए

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