Hindi, asked by ry3358847, 3 months ago

जल स्रोत की समस्या व संरक्षण का विवरण दीजिए​

Answers

Answered by amulyaphule25
9

Answer:

जल संसाधन की वर्तमान समस्याएँ :

जल का प्रधान एवं महत्त्वपूर्ण स्रोत मानसूनी वर्षा है। ऊपरी महानदी बेसिन में मानसूनी से वर्षा होती है। इस कारण वर्षा की अनियमितता, अनिश्चितता एवं असमान वितरण पाई जाती है। इस असमानता को दूर करने के लिये बेसिन में जल संसाधन संरक्षण की आवश्यकता है।

Answered by shilpa85475
0

जल स्रोत की समस्या व संरक्षण का विवरण-

  • किसी भी देश में, यदि प्रति व्यक्ति पानी की रिक्तता 1700 बॉक्सी उपायों से नीचे आती है, तो इसे जल चरम चेतावनी के रूप में माना जाता है और यदि यह, 1000 बॉक्सी उपायों से कम हो जाता है, तो इसे जल चरम सीमा भी माना जाता है।
  • भारत में, यह वर्तमान में प्रति व्यक्ति 1544 बॉक्सी माप तक आ गया है, जिसे पानी की कमी की चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है, पानी को अशुद्धता से बचाया जाना चाहिए।
  • हमें महानगरों की गंदगी और उसके बाद कारख़ानों के कचरे को नदी में फेंकना बंद कर देना चाहिए। स्वच्छ जल की अशुद्धता से बचने के लिए उन्हें ढकने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
  • जिस नदी से पीने का पानी लिया जा रहा है, उसमें कपड़े धोना या नहाना बंद कर देना चाहिए जल संचयन वर्षा जल संचयन द्वारा किया जाना चाहिए। टैंक, तालाब और चेक हेडसेट।
  • बारिश के पानी को जमा करने की व्यवस्था करनी चाहिए। झीलों, नदी और महासागरों जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों का संरक्षण करके जल सीमा की समस्या को विभाजित किया जा सकता है |

#SPJ3

Similar questions