जल संरक्षण के चार विशेषताओं का नाम लिखें
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Answer:
जल संरक्षण का अर्थ पानी बर्बादी तथा प्रदूषण को रोकने से है। जल संरक्षण एक अनिवार्य आवश्यकता है क्योंकि वर्षाजल हर समय उपलब्ध नहीं रहता अतः पानी की कमी को पूरा करने के लिये पानी का संरक्षण आवश्यक है। एक अनुमान के अनुसार विश्व में 350 मिलियन क्यूबिक मील पानी है। इसमें से 97 प्रतिशत भाग समुद्र से घिरा हुआ है।
Explanation:
परिभाषा--
जल संरक्षण का अर्थ है जल के प्रयोग को घटाना एवं सफाई, निर्माण एवं कृषि आदि के लिए अवशिष्ट जल का पुनःचक्रण (रिसाइक्लिंग) करना। धीमी गति के शावर हेड्स (कम पानी गरम होने के कारण कम ऊर्जा का प्रयोग होता है और इसीलिए इसे कभी-कभी ऊर्जा-कुशल शावर भी कहा जाता है).
जल संरक्षण की विशेषता या लाभ--
#वर्षा जल संचयन के लाभ-
- ग्रामीण परिवेश मे वर्षा जल संचयन ...
- वर्षा जल प्रवाह नाली और सीवर के माध्यम से बहता है और बर्बाद हो सकता है, उनका संग्रह एवं उपयोग किया जा सकता है ।
- शहरी क्षेत्रों में जल निकासी की समस्या में कमी.
- भूजल की गुणवत्ता में सुधार
- सरल, किफायती और पर्यावरण-अनुकूल संरचनाओ की आवश्यकता
- खारा पानी के प्रवेश में नियंत्रण.
# जल संरक्षण के महत्वपूर्ण उपाय-
- हर नागरिक में जल संरक्षण हेतु जागरूकता लानी होगी।
- हर नागरिक शावर की जगह बाल्टी में पानी भरकर स्नान करें।
- सेविंग करते समय नल बंद रखें।
- बर्तन धुलते समय नल के स्थान पर टब का प्रयोग करें।
- ‘जल संरक्षण’ विषय को व्यापक अभियान की तरह सरकारी और गैर सरकारी दोनों स्तरों पर प्रचारित करने की जरूरत है। जिससे छोटे, बड़े सभी इस विषय की गंभीरता को समझें और इस अभियान में अपनी भूमिका अदा करें।
- जल संरक्षण हेतु केंद्र और राज्य सरकारें कानून बनाएँ।
- विद्यालय और महाविद्यालयों में निरंतर प्रचार-प्रसार की जरूरत है। जिससे युवा पीढ़ी समय रहते इसकी गंभीरता को अच्छी तरह से समझ सकें।
इत्यादि के मदद से हम जल संरक्षण कर सकते हैं और जल का संरक्षण कर सकते हैं.
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