jal saracharn par do mitron ke beech Mein samvaad
Answers
जल संरक्षण के लिए दो मित्रों के बीच होने वाले संवाद
Answer:
परी: अरे टीना तुम इतने परेशान क्यों लग रही हो ?
टीना : कुछ नहीं परी, आज शिक्षिका ने जल ही जीवन है पाठ पढ़ाया उसके बारे में सोच रही थी।
परी: इतना क्या सोच रही हूँ?
टीना : राजीव तुमने क्या पाठ में पढ़ा नहीं कि किस प्रकार देश के कई इलाकों में इस पानी को लेकर कितनी मुश्किल, जो पानी हम लोगों को आसानी में उपलब्ध हो जाता है उस पानी के लिए कितने लोगों को कई मील रोज चलना पड़ता है। पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस जाते है |
परी: हाँ टीना, यह तो सच हो सब जगह पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं होता और सब को पानी के लिए मेहनत करनी पड़ती है |
टीना : यही नहीं परी, उन्हें वहाँ पानी नहीं मिलता और हम लोग यहाँ पर व्यर्थ में ही कितना जल बर्बाद कर देते हैं।
परी: हाँ टीना, पाठ पढ़ने के बाद मैंने तो ये निश्चय कर लिया है कि मैं कभी जल को बर्बाद नहीं करूँगा।
टीना : मैं भी नहीं करूंगी , और सब को बताऊंगी जल ही हमारा जीवन है और हमें इसे व्यर्थ नहीं करना चाहिए |