जलबिन्दुनिपातेन क्रमशः पूर्यते
सः हेतुः सर्वविद्यानाम् धर्मस्य च धनस्य च॥ [5]
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Answer: पानी की बूंदों के गिरने से घड़ा धीरे-धीरे भर जाता है। ऐसा ही
सभी विद्याओं, धर्म और धन के साथ है॥
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