जमीन से 6 फुट ऊपर से एक कॉपी का पेज एवं एक सिक्के को एक साथ छोड़ने पर कौन सबसे पहले जमीन पर गिरेगा कैसे क्यों हुआ व्याख्या कीजिए
Answers
Explanation:
विज्ञान के अनुसार दो गिरती हुई वस्तुयें उनके द्रव्यमान पर निर्भर नहीं करतीं तो एक पत्थर की तुलना में एक पंख धीमे क्यों गिरता है ?
आपके सवाल में कुछ चीज़े जो होनी चाहिए |
१. आप किस फ्रेम से इस घटना को देख रहे है |
२. वस्तुओ की गति उनके भार पे निर्भर नहीं करती ?
३. आप यह एक्सपेरिमेंट कहा कर रहे है ?
हमारे रोज़ के आस पास घटने वाली घटना से हमारे दिमाग पे एक इम्प्रैशन बना हुआ है | जिसे हम जड़त्व का नाम देते है | जिसमे भरी वस्तुए हलकी वस्तुओ से अगल होती है , हमारा एक्सप्रेरिएन्स हमे यह बताता है | जिसकी वजह से हमे लगता है भरी वस्तु को जल्दी तथा हलकी को देर से गिरना चाहिए, और वैसा ही होता है पर दोनों का करण अलग है |
फिर किसी दिन विज्ञानं हमे बताता है की दोनों वस्तुए साथ में गिरेंगी, जिसे हमारा मस्तिष्क मैंने को तैयार नहीं होता | फिर हम खुद से एक्सपेरिमेंट करते है और रिजल्ट आता है की विज्ञानं ने गलत बताया हलकी वस्तु पहले तथा भारी बाद में गिरती है |
पर यहा हम भूल जाते है की विज्ञानं एक्सपेरिमेंट करने से पहले कंडीशन रखता है | जो की इस एक्सपेरिमेंट में भी होता है |
भौतिकी में नियम है Newton's law of motion , जिसमे पहला नियम बताता है फ्रेम ऑफ़ रिफरेन्स के बारे में जिसे inertial फ्रेम ऑफ़ रिफरेन्स कहते है | जिसके कुछ शर्ते होती है|
सबसे महत्वतपूर्ण शर्त होती है की इसमें कोई बहरी बल नहीं होना चाहिए |
इसे समझते है अगर हम पृथ्वी को inertial फ्रेम ऑफ़ रिफरेन्स मानते है तोह कोई और बहरी बल नहीं होना चाहिए अगर हम एक्सपेरिमेंट करते है तोह किसी पॉइंट मास पे कोई बाहरी बल नहीं काम करना चाहिए |
जिसका मतलब है की inertia के अलावा कोई और फैक्टर नहीं होना चाहिए | यह हम साफ़ कर दे की inertia कोई बल नहीं होता पर हमे इसकी वजह से फील होता है की कोई बल काम कर रहा है| जिसे हम फिक्टिसियस फाॅर्स कहते है |
तोह अगर हम F = ma को F -ma = 0 लिखते है तोः हम यह दिखा सकते है की यहा सिर्फ inertia है जो की वस्तु के भार की वजह से है |
फ्री फॉलिंग बॉडीज -
भारहीनता, जब कोई वस्तु सिर्फ गुरुत्वकरसण की वहज से गिरती है तोह हम उसे भारहीनता का नाम देते है | जिसमे वस्तु भार का फील नहीं करती अगर आप जीरो ग्रेविटी फाॅर्स में होते है तोह इसे भारहीनता कहते है | जहा कोई contact बल नहीं होता |
और अगर कोई बाहरी बल काम करता है जैसे फ्रिक्शन, एयर रेजिस्टेंस तोह हमे अपने समीकरण में बदलाव लाना पड़ता है |